जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों ने मोहम्मद रज़्ज़ाक नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी है। 40 वर्षीय रज्जाक राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग में काम करते थे। उनके भाई टेरिटोरियल आर्मी में तैनात हैं। रज्जाक को उनके घर में घुस कर गोलियों से भून दिया गया है। सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर कर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। हमलावरों की संख्या 2 बताई जा रही है। घटना सोमवार (22 अप्रैल, 2024) की है। रज्जाक की हत्या को भी टारगेट किलिंग के तौर पर देखा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना राजौरी के शाहदरा शरीफ इलाके की है। यहाँ के कुंडा टोपे इलाके में मोहम्मद रज्जाक अपने परिवार के साथ रहते थे। रज्जाक जम्मू कश्मीर के समाज कल्याण विभाग में नौकरी करते थे। उनके भाई टेरिटोरियल आर्मी में तैनात हैं। सोमवार को रज्जाक अपने घर पर मौजूद थे। तभी कुछ हमलावरों ने उनके घर पर अचानक ही गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं। रज्जाक ने खुद को बचाने की काफी कोशिश की लेकिन एक गोली उनको लग गई।
गोलियाँ बरसाने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना शाम 7 से 8 बजे के बीच की बताई जा रही है। कुछ ही समय में सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुँच गए। रज्जाक को अस्पताल ले जाया गया। हालाँकि तमाम कोशिशों के बावजूद रज्जाक को बचाया नहीं जा सका। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है। चप्पे-चप्पे की तलाशी ली जा रही है। अभी तक किसी संगठन ने रज्जाक पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। फ़िलहाल किसी हमलावर की गिरफ्तारी की भी कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि हमलावरों द्वारा अमेरिकी रायफल का इस्तेमाल किया गया है।
रज्जाक 5 बच्चों के पिता थे। उनके अब्बा को भी पूर्व में आतंकियों ने मार डाला था। रज्जाक के परिजनों ने बताया कि गोलियों की आवाज सुन कर उन्हें ये नहीं लगा था कि उनके ही घर को निशाना बनाया गया है। उन्होंने बताया कि उस इलाके में बंदरों को भगाने के लिए अक्सर फायरिंग होती है। हमलावरों ने रज्जाक की बीवी से 15 लोगों का खाना बनाने के लिए कहा और बाद में रज्जाक को मार डाला। मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) को रज्जाक को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। उनके जनाजे में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे।