गुजरात के सूरत में ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रचने का खुलासा हुआ है। घटना 20-21 सितंबर रात की है। किम रेलवे स्टेशन के पास जाँच में फिश प्लेट और चाबियाँ बरामद हुई हैं।
मामले में पश्चिमी रेलवे के वडोदरा डिवीजन ने कहा कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने यूपी लाइन से कुछ फिश प्लेट और चाबियाँ खोलकर उसी ट्रैक पर रख दीं थी, जिसके कारण ट्रेन की आवाजाही रुक गई और बाद में जाँच के बाद ट्रेनों को चलाया गया।
#WATCH | Gujarat | Some unknown person opened the fish plate and some keys from the UP line track and put them on the same track near Kim railway station after which the train movement was stopped. Soon the train service started on the line: Western railway, Vadodara Division pic.twitter.com/PAf1rMAEDo
— ANI (@ANI) September 21, 2024
सामने आई वीडियो में देख सकते हैं कि ये फिशप्लेट और नट जाबूझकर ट्रैक पर दूर तक लगाए गए हैं। वीडियो बनाने वाला शख्स भी इस बात को खुद कहता है कि ट्रेन में अवरोध पैदा करने के लिए ये कब्जे और नट आगे तक लगाए गए हैं।
वहीं मामले को लेकर डिप्टी एसपी आरआर सरवैया ने बताया- वडोदरा के किम स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक से फिश प्लेट और चाबियाँ हटा दी गईं, उसके कारण करीब 20 मिनट तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। जीआरपी, आरपीएफ और एलसीबी ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि इन फिश प्लेट्स की जानकारी किम के पास गश्त कर रहे रेलवे लाइनमैन ने दी थी। बाद में मरम्मत के बाद ट्रैक पर ट्रेन सेवा शुरू कर दी गई… पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
Surat, Gujarat: Fish plates and keys were removed from the railway track near Kim station in Vadodara due to which the train movement was halted for about 20 minutes. GRP, RPF, and LCB have launched an investigation.
— IANS (@ians_india) September 21, 2024
On the incident, Dy SP RR Sarvaiya says, "Near Kim in the… pic.twitter.com/nbw552BVmE
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में जगह-जगह से ट्रेनों को डीरेल करने की साजिश सामने आई है। कभी रेलवे ट्रैक पर लोहा फेंक दिया जाता है तो कभी बोरी। इससे पहले उत्तर प्रदेश के रामपुर में अराजक तत्वों ने रेल की पटरी पर 6 मीटर लंबा लोहा रख दिया था।
Another attempt to derail a train : In Rampur, UP, a giant iron pole was placed on the railway track. The train driver applied the brake on time and saved the lives of hundreds of innocents.
— Mr Sinha (@MrSinha_) September 19, 2024
It's a big conspiracy to destroy the credibility of the railway. pic.twitter.com/6FeHCvEkUD
हालाँकि उस समय लोको पायलट की सूझबूझ के कारण हादसा टल गया। इससे पहले इसी तरह फर्रुखाबाद में हुआ था। वहाँ भी ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए एक लकडी को रख दिया था।