Sunday, November 17, 2024
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36 कोरोना+ जमाती, फिर भी एक साथ पढ़ते हैं नमाज: भोपाल हज हाउस के अंदर झाँकने से भी घबराते हैं गार्ड

भोपाल के हज हाउस को क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया है। मगर, इसके अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का, साफ-सफाई का कितना ख्याल रखा जाता है, ये यहाँ के गार्ड को तो कम से कम नहीं मालूम। यहाँ के हालात ऐसे हैं कि मेन गेट पर खड़े होम गार्ड भी अंदर जाकर देखने में घबराते हैं।

मध्य प्रदेश के भोपाल के हज हाउस में 139 जमातियों को क्वारंटाइन किया गया है। इस जगह को भोपाल का सबसे हॉट क्वारंटाइन सेंटर कहा गया है। हज हाउस में रखे गए जमातियों में से 36 की रिपोर्ट अब तक पॉजिटिव आ गई है। जबकि 29 की रिपोर्ट नेगेटिव है और 74 जमातियों की रिपोर्ट आनी बाकी है।

भोपाल के हज हाउस को क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया है। मगर, इसके अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का, साफ सफाई का कितना ख्याल रखा जाता है, ये यहाँ के गार्ड को तो कम से कम नहीं मालूम। यहाँ के हालात ऐसे हैं कि मेन गेट पर खड़े होम गार्ड भी अंदर जाकर देखने में घबराते हैं। यहाँ अब तक 36 पॉजिटिव केस आने के बाद भी सभी जमाती लगातार एक दूसरे के संपर्क में बने रहते हैं और एक साथ नमाज पढ़ते हैं।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, हज हाउस में रहने वाले सभी नमाजी इन दिनों रोजा रख रहे हैं। इन्हें खाना व चाय आदि पहुँचाने का काम वहाँ तैनात एक गार्ड सैय्यद महमूद का है। वहीं हज हाउस के मेन गेट से 100 गज पहले तैनात होम गार्ड मनेंद्र सिंह कहते हैं कि उनके एक साथी की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। इसलिए अब वे मेन गेट को भी नहीं लाँघते। मनेंद्र के अलावा मुख्य द्वार पर तैनात सुशील अर्गल और अभिलाष कुमार भी कहते हैं कि भीतर क्वारंटाइन सेंटर के कमरों में क्या होता है, इस पर किसी का कोई वश नहीं है। 

दैनिक भास्कर में प्रकाशित संबंधित खबर

बता दें कि हज हाउस के अंदर रहने वालों के दावे हैं कि भीतर सब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं, लेकिन इस बात को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता कि वे लोग बाहर की गतिविधि पर सीसीटीवी कैमरे के जरिए नजर रखते हैं। जिससे उन्हें मालूम होता है कि बाहर से कौन अंदर आने वाला है। लेकिन अगर कोई ये जानना चाहे कि अंदर क्या चल रहा है, तो उसके लिए ये मुमकिन नहीं।

क्वारंटाइन सेंटर को लेकर कहा जा रहा है कि यहाँ जमातियों के कमरों के पंखें बंद हैं और साफ-सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। पर जमातियों का कहना है कि उनका ख्याल आसिफ मसूद रख रहे हैं और मसूद कहते हैं कि निगम के सफाईकर्मी यहाँ नहीं आते। इसलिए वे खुद पीपीई किट के साथ सफाई कर्मी भेज रहे हैं। इसके अतिरिक्त वे सुबह की सेहरी के लिए सुबह 3 बजे तक यहाँ खाना भी पहुँचा देते हैं।

उल्लेखनीय है कि इंदौर में हज हाउस के अलावा ईंटखेड़ी और ताजुल मसाजिद में भी जमातियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। हज हाउस के बाद सबसे ज्यादा जमाती ईंटखेड़ी में बने क्वारंटाइन सेंटर में रुके हैं। जिनकी संख्या 131 है। हालाँकि यहाँ पर अभी तक कोई पॉजिटिव नहीं आया है। लेकिन ताजुल मसाजिद सेंटर में जो 70 जमाती रखे गए हैं, उनमें से पाँच की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है।

इससे पहले भोपाल में 10 अप्रैल को तबलीगी जमात के लोगों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 74 जमातियों पर केस दर्ज किया गया था। इनमें 64 विदेशी और 10 देशी जमाती शामिल थे। इनके अलावा जमातियों का सहयोग करने वाले 13 अन्य लोगों पर भी केस दर्ज हुए थे। इस तरह पुलिस ने 64 विदे‍शी जमातियों समेत 87 लोगों पर FIR दर्ज की थी। ये एफआईआर ऐशबाग, मंगलवारा, श्यामला हिल्स और पिपलानी तलैया थानों में मामले दर्ज किए गए थे। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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