हाथरस हादसे में 121 लोगों की मौत के बाद से गायब चल रहे बाबा सूरज पाल की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। सूरज पाल ने हादसे को दुखद बताया है और कहा है कि पीड़ितों के परिवार की जिम्मेदारी हमारा ट्रस्ट लेगा और हम उनकी पूरी मदद करेंगे। सूरज पाल ने कहा कि जिनकी वजह से उपद्रव हुआ, प्रशासन उन्हें छोड़ेगा नहीं। इस बीच, हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक और मुख्य आरोपित देव प्रकाश मधुकर दिल्ली से पकड़ा गया है। उस पर 1 लाख का ईनाम घोषित किया गया था।
हाथरस हादसे पर बोला सूरजपाल, – ‘हम सब दुखी’
हाथरस में 121 लोगों की मौत के मामले में सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। सूरज पाल ने घटना पर दुख जताया और कहा, “प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। सभी शासन प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है जो भी उपद्रवकारी हैं वो बख्शे नहीं जाएँगे। हमने अपने वकील डॉक्टर एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं ईलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यन्त तन, मन और धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है। सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं। सभी महामन का सहारा न छोड़ें।”
#WATCH | Hathras Stampede Accident | Mainpuri, UP: In a video statement, Surajpal also known as 'Bhole Baba' says, "… I am deeply saddened after the incident of July 2. May God give us the strength to bear this pain. Please keep faith in the government and the administration. I… pic.twitter.com/7HSrK2WNEM
— ANI (@ANI) July 6, 2024
मुख्य आरोपित देव प्रकाश मधुकर दिल्ली से गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाथरस कांड के मुख्य आरोपित देव प्रकाश मधुकर को शुक्रवार (05 जुलाई 2024) को गिरफ्तार कर लिया गया। हादसे के बाद मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था। सामने आया है कि देव प्रकाश मधुकर ने सरेंडर किया है। दिल्ली के नजफगढ़ – उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में यूपी की हाथरस पुलिस पहुँची थी, देव प्रकाश ने उनके सामने सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हाथरस पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
कौन है देव प्रकाश मधुकर?
देव प्रकाश ने ही ग्राम फुलरई, मुगलगढ़ी में सत्संग के लिए अनुमति ली थी। इसके लिए 72 सदस्यों वाली मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति बनाई। सत्संग स्थल पर लगाए गए बोर्ड पर इनके नाम लिखे थे। देव प्रकाश मधुकर सिकंदराराऊ का मूल निवासी है। न्यू कालोनी दमदपुरा में मकान है, जहाँ परिवार रहता है। एटा के शीतलपुर ब्लाक में मनरेगा में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात है। नौकरी के चलते वह जलेसर विकास खंड के सलेमपुर मितरौल रहता था। एक लाख रुपये का इनाम और प्राथमिकी होने के बाद प्रशासन ने शिकंजा कसते हुए उसके पास से सभी चार्ज हटा दिए गए हैं। इस मामले में बीडीओ से रिपोर्ट भी माँगी गई है। माना जा रहा है कि उसकी नौकरी भी जा सकती है।
बता दें कि हाथरस में सिकंदराराऊ के गाँव फुलरई के पास जीटी रोड के किनारे मंगलवार (2 जुलाई 2024) को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जाँच-पड़ताल कर रही है। इस मामले में सिकंदराराऊ कोतवाली के अंतर्गत पोरा चौकी प्रभारी ब्रजेश पांडे की तरफ से भारतीय न्याय सहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 के अंतर्गत केस दर्ज कराया गया है, जिसमें 6 लोग पहले ही पकड़े जा चुके हैं। अभी तक मुख्य आरोपित और कार्यक्रम का आयोजक देवप्रकाश मधुकर फरार चल रहा था। हालाँकि उसे दिल्ली से हाथरस पुलिस ने पकड़ लिया।