Sunday, November 17, 2024
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मुस्लिम बहुल गाँव में रामनवमी की शोभायात्रा पर 40 साल से प्रतिबंध: हिंदू कार्यकर्ता ने निकाली यात्रा तो झारखंड पुलिस ने किया गिरफ्तार, परिजन बोले- जय श्रीराम कहना गुनाह है?

बड़कागाँव महुदी में साल 2017 में भाजपा नेता यशवंत सिन्हा अपने लगभग 100 समर्थकों के साथ इस रास्ते से नवरात्रि की शोभा यात्रा निकालना चाहते थे। तब पुलिस ने उन्हें समर्थकों सहित गिरफ्तार कर लिया था। उस समय भी शोभा यात्रा में शामिल लोगों की पुलिस से झड़प हुई थी।

झारखंड पुलिस ने शुक्रवार (14 जून 2024) को हजारीबाग जिले के हिन्दू कार्यकर्ता अमन कुमार उर्फ अमन बाबा को गिरफ्तार कर लिया। अमन पर 12 अप्रैल 2024 को रामनवमी की शोभा यात्रा निकालने का आरोप है। 40 वर्षों से बड़कागाँव-महुदी में कभी भी रामनवमी की शोभा यात्रा नहीं निकली थी, लेकिन इस साल अमन ने यह यात्रा निकाली थी। इसके कारण कॉन्ग्रेस-जेएमएम सरकार की पुलिस ने अमन सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।

अमन की गिरफ्तारी के बाद उनकी माँ ने बताया कि रास्ते को लेकर हो रहे विवाद के चलते पिछले 40 वर्षों से बड़कागाँव में रामनवमी का जुलूस नहीं निकल पा रहा था। अमन को सनातन धर्म के लिए समर्पित बताते हुए उनकी माँ का दावा है कि उनके बेटे ने एक रथ बनाकर उसे अपने हाथों से हजारीबाग से राँची तक खींचा था। उनकी माँ का कहना है कि अमन की लोकप्रियता सरकार और कुछ नेताओं को नहीं पच रही थी।

अमन की माँ पूनम देवी का आरोप है कि अमन के प्रयासों से मिली प्रसिद्धि से बड़कागांव विधायक सहित कुछ अन्य लोगों को जलन हुई। बाद में अंचल अधिकारी बालेश्वर राम के कहने पर दर्जनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया गया, जिसमें अमन भी शामिल हैं। अमन इस से पहले भी बड़कागांव क्षेत्र में हिंदुत्व के मुद्दे उठाते रहे हैं। पूनम देवी ने पुलिस से उम्मीद जताई है कि जो तेजी उन्होंने उनके बेटे को पकड़ने में दिखाई वैसी ही कार्रवाई अवैध बालू खनन, भूमि घोटाले, आतंकियों और अपराधियों को पकड़ने में भी दिखाई जाए।

पूनम कुमारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमन की पत्नी डिम्पल मिश्रा, भाई ईशु कुमार और पिता सुबोध भी मौजूद थे। लोकसभा चुनावों को देखते हुए अमन की गिरफ्तारी टाल दी गई थी। अमन की माँ ने कहा कि झारखंड में लोग अपनी धार्मिक मान्यताओं को भी ठीक से नहीं पूरा कर पा रहे हैं। पूनम ने कहा, “क्या भारत में जय श्रीराम का नारा लगाना भी अपराध की श्रेणी में आता है? यह साफ़ है कि राज्य सरकार को अमन कुमार से खतरा था, क्योंकि वह लगातार हिंदुत्व के लिए काम कर रहा था। उसने चुनावों के दौरान हजारीबाग, चतरा, दुमका, गोड्डा, राँची लोकसभा और कई अन्य जगहों पर भाजपा का प्रचार किया, जिससे प्रदेश का प्रशासन डर गया।”

पूनम का दावा है कि JMM सरकार को डर सता रहा था कि कहीं आगामी विधानसभा चुनावों में अमन कुमार कोई उलटफेर न करवा दे। उन्होंने झारखंड सरकार को सलाह दी कि वो चतरा के बिरहोर परिवार के दो सदस्यों की कट्टरपंथियों द्वारा की गई निर्मम हत्या पर कार्रवाई करे। इसी के साथ पूनम ने हजारीबाग में माहेश्वरी परिवार की हत्या, सुजीत देव की हत्या और विश्वकर्मा परिवार के सदस्यों की मौत के मामलों में झारखंड पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की भी जानकारी माँगी।

रामनवमी का जुलूस रोकने के लिए पुलिस ने लगाए थे बैरिकेड

बताते चलें कि अप्रैल 2024 में निकली जिस शोभा यात्रा को निकालने के आरोप में अमन को गिरफ्तार किया गया है, उसे रोकने के लिए प्रशासन ने तमाम तैयारियाँ की थीं। प्रशासन ने रास्ते में बैरिकेड लगा कर पुलिस बल तैनात कर दिया था। इस दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं में झड़प हुई थी। वाहनों में तोड़फोड़ के साथ पत्थरबाजी की गई थी, जिसमें कुछ लोग घायल हुए थे। पराली में आगजनी हुई थी, जिसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा था। इस हिंसा के चलते महुदी गाँव को छावनी में तब्दील कर दिए गया था।

तब अनुमंडल पुलिस अधिकारी कुलदीप कुमार ने दावा किया था कि किसी प्रकार का जुलूस नहीं निकला था। उन्होंने बताया था कि कुछ लोगों ने पूजा करने के बहाने विवादित मार्ग प्रयोग करने का प्रयास किया था। बताया जा रहा है कि जुलूस उसी प्रतिबंधित मार्ग से निकला था, लेकिन वापसी के दौरान पुलिस ने नाकेबंदी कर दी थी। इस नाकेबंदी को देख कर श्रद्धालु भड़क गए थे। इसी दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिस से हालत और खराब हो गए थे। गुस्साए लोगों ने पत्थर फेंक कर कुछ झोपड़ियों में आगजनी कर दी थी।

1985 से नहीं निकलता जुलूस

गौरतलब है कि मुस्लिम बहुल बड़कागाँव महुदी में साल 1985 से ही हिन्दुओं की शोभा यात्रा नहीं निकलती। तब यह आदेश स्थानीय प्रशासन ने जारी किया था, जिसे अब तक लागू किया जाता है। अक्सर हिन्दू कार्यकर्ता इस प्रतिबंध को तोड़ने का प्रयास करते हैं। साल 2017 में भाजपा नेता यशवंत सिन्हा अपने लगभग 100 समर्थकों के साथ इस रास्ते से नवरात्रि की शोभा यात्रा निकालना चाहते थे। तब पुलिस ने उन्हें समर्थकों सहित गिरफ्तार कर लिया था। उस समय भी शोभा यात्रा में शामिल लोगों की पुलिस से झड़प हुई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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