भाजपा से निलंबित पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में राजस्थान के अजमेर जिले में रैली निकाली गई। यह रैली हिन्दू संगठनों और कुछ सामाजिक समूहों ने साझा रूप से निकाली। रैली के दौरान हाथों में तिरंगा ले कर हजारों नूपुर का मौन समर्थन किया। रविवार (19 जून, 2022) को निकली इस रैली को ‘शांति मार्च’ का नाम दिया गया था। इस रैली का आयोजन और समापन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रैली की शुरुआत किशनगढ़ के लक्ष्मीनारायण मंदिर से हुई थी। यहाँ सुबह निकला जुलूस मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित रविंद्र रंगमंच तक पहुँचा। जुलूस में वन्देमातरम और जय श्रीराम का उद्घोष हुआ और किसी के प्रति कोई व्यक्तिगत नारेबाजी नहीं हुई। रैली का आयोजन सकल समाज की तरफ से बताया जा रहा है। इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। ड्रोन के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही थी।
रैली के समापन में हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। इसी रैली के एक आयोजक के मुताबिक, “ये कोई राजनैतिक नहीं बल्कि सर्व समाज की रैली थी। नूपुर शर्मा को देश-विदेश से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। हमारी सबसे बड़ी माँग है कि नूपुर शर्मा की सुरक्षा बढ़ाई जाए। दूसरी माँग है कि देश में शांति बनी रहे। जब मुकदमा दर्ज कर के कार्रवाई की जा रही है तो धमकी दे कर देश का माहौल क्यों खराब किया जा रहा है ? इसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। इस रैली शामिल हर किसी के मन में देश में हो रहे हंगामे को देख कर आक्रोश था। हमारी तीसरी माँग है कि नूपुर शर्मा को पार्टी में वापस लिया जाए क्योंकि उन्होंने कोई भी गलत बात नहीं की है।”
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा के खिलाफ देश भर में हो रहे चरमपंथी और हिंसक प्रदर्शनों के बीच नेपाल के बीरगंज शहर में इसी माह नूपुर के समर्थन में रैली निकाली गई थी। इस रैली के बाद 14 जून को को बिहार के आरा और वैशाली जिले के हाजीपुर जिलों में नूपुर शर्मा के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए गए। इन प्रदर्शनों में ‘नुपुर शर्मा संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं’ का नारा लगाया। साथ ही ‘पाकिस्तान परस्त मुर्दाबाद’, ‘लव जेहाद मुर्दाबाद’, ‘इस्लामिक जेहाद मुर्दाबाद’ के नारे लगे थे।