उत्तर प्रदेश के हाथरस में मोहम्मद एहसान ने अपनी बीवी शमा परवीन को WhatsApp पर ही तलाक़नामा भेज दिया। शमा जब फरियाद लेकर थाने पहुँची तो पुलिसकर्मियों ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी और उसे भगा दिया। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने तलाक के नए कानून के तहत रिपोर्ट दर्ज की।
ख़बर के अनुसार, शमा परवीन का निकाह अप्रैल 2010 में एहसान मिस्त्री से हुआ था। निकाह के कुछ दिनों बाद से ही एहसान अपनी बीवी के साथ शराब पीकर बुरा बर्ताव करता था, मारने-पीटने के अलावा वो उसे घर से बाहर निकाल देता था। 15 जुलाई को वो अपनी बीवी को छोड़कर चला गया। इसके दूसरे दिन उसके पास तलाक़नामा पहुँचा। इससे पहले मोबाइल पर तलाक़ का मैसेज आ चुका था। इस संदर्भ में शमा परवीन ने जब अपने परिजनों से बात की तो उन्होंने उसे थाने जाने की सलाह दी। 27 जुलाई को वो थाने पहुँची।
समझाने-बुझाने के लिए पुलिस ने 1 अगस्त को एहसान और शमा दोनों को थाने बुलाया था। लेकिन एहसान नहीं पहुँचा। मामला मीडिया में आने के बाद एहसान के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया।
ज़िले के एएसपी ने बताया कि महिला ने 27 जुलाई को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसके आधार पर दोनों को थाने बुलाया गया था। लेकिन शौहर नहीं आया और WhatsApp पर तलाक़ देने की बात सामने आई।