हैदराबाद में प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) हत्याकांड मामले में पुलिस को आरोपितों तक पहुँचाने वाली महत्तवपूर्ण सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। वीडिया हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद टोल प्लाजा की है। 1 मिनट की इस फुटेज में देखा जा सकता है कि एक ट्रक टोल प्लाजा पर पार्क है। थोड़ी देर में उसकी हेडलाइट जलती है और ट्रक धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगती है। इसके बाद ट्रक टोल लेन में एंटर करता है और फिर उस इलाके से निकल जाता है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इसी वीडियो की मदद से पुलिस ने आरोपितों की धड़-पकड़ की। फुटेज के मुताबिक 26 नवंबर को यह ट्रक टोल प्लाजा में पार्क हुआ था। लेकिन, 27 नवंबर को इस ट्रक में हरकत तब देखी गई जब प्रीति रेड्डी के साथ गैंगरेप के बाद उनकी हत्या कर दी गई। इस फुटेज में ट्रक के पास कई लोगों की गतिविधियाँ देखने को मिल रही है। ट्रक में कई लोगों को घुसते हुए देखा जा सकता है।
Watch the CCTV footage that led cops to the four men who raped, killed #Hyderabad woman doctor.
— India Today (@IndiaToday) December 9, 2019
(@arvindojha)#DishaCase https://t.co/8KqeBMAz4N
इस सीसीटीवी फुटेज ने ही पुलिस को आरोपितों तक पहुँचाया। इस फुटेज के हाथ लगने के बाद ही पुलिस ने टोल प्लाजा जाकर इस ट्रक से संबंधी सारी जानकारी जुटाई और वीडियो में नजर आ रहे ट्रक का पंजीकृत नंबर निकलवाया। नंबर मिलने के बाद पुलिस ट्रक के मालिक श्रीनिवास रेड्डी के पास पहुँची। रेड्डी ने पुलिस को बताया कि उनका ट्रक चेन्नाकेशवुलु और मोहम्मद आरिफ चलाते हैं।
इसी जानकारी पर पुलिस ने आगे की जाँच शुरू की और जल्द ही पता लगा लिया कि चारों आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद नेशनल हाइवे के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने पहुँचे थे, ताकि वो प्रीति रेड्डी के शव में आग लगा सकें। जहाँ पहले पेट्रोल पंप पर एक शख्स ने उन्हें पेट्रोल देने से मना कर दिया। इसके बाद वह दूसरे पेट्रोल पंप पर गए और वहाँ से पेट्रोल लिया।
इसी पंप से पेट्रोल देने वाले शख्स ने मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस को कॉल किया और चारों आरोपितों का स्केच बनवाने में पुलिस की मदद की। इसके बाद पुलिस ने चारों हैवानों की शिनाख्त की और एक दिन के भीतर ही दावा किया कि उन्होंने प्रीति रेड्डी के साथ हैवानियत करने वाले दरिंदो को पकड़ लिया।
29 नवंबर को चारों आरोपित-शिवा, मोहम्मद आरिफ, चिंताकुनु चेन्नाकेशवुलु, जोलू नवीन को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। बीते शुक्रवार को पुलिस उन्हें क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए मौके पर ले गई। वहाँ उन्होंने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और एनकाउंटर में मारे गए।