राजस्थान के डीग जिले में रविवार (2 जून 2024) को पुलिस और गोतस्करों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पुलिस ने इदरीस और महमूद के पैरों में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में थाना प्रभारी के सीने में गोली लगी है। हालाँकि, बुलेट प्रूफ जैकेट की वजह से उनकी जान बच गई। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कुल 3 गोवंशों को मुक्त भी करवाया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना डीग जिले के थानाक्षेत्र कामां की है। यहाँ रविवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी। तभी SHO मनीष शर्मा को अपने क्षेत्र में गोतस्करों के मौजूदगी की सूचना मिली। पुलिस को पता चला कि 2 गोतस्कर 3 गोवंश लेकर चनिया खुर्द के जंगल वाली राह पर जा रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर तस्करों को घेर लिया और उन्हें खुद को पुलिस के हवाले करने के लिए कहा।
#Bharatpur #कामां: पुलिस-गौ-तस्करों में मुठभेड़ पर एएसपी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
— First India News (@1stIndiaNews) June 3, 2024
गौ-तस्करों ने थानाधिकारी मनीष शर्मा पर किया था हिट फायर, बुलेट प्रूफ जैकेट से बच गए थानाधिकारी मनीष शर्मा…#RajasthanWithFirstIndia @BharatpurPolice pic.twitter.com/Sl307v1bSj
सरेंडर करने के बजाय दोनों आरोपितों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। एक गोली SHO के सीने में लगी। बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण थानेदार की जान बच गई। आखिरकार पुलिस को अपने आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। जवाबी कार्रवाई में महमूद और इदरीस घायल हो गए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। महमूद इलाके में भोला नाम से कुख्यात है और उस पर 19 मुकदमे दर्ज हैं।
दोनों गोतस्करों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। इनके पास से काटने के लिए ले जाए जा रहे 3 गोवंश बरामद किए गए हैं। महमूद पर दर्ज 19 मुकदमों में अधिकांश गोतस्करी के हैं। दोनों आरोपितों के पास से 3 देसी कट्टे, 6 जिंदा कारतूस और 3 खाली कारतूस बरामद हुए हैं। अस्पताल में इन दोनों ने भविष्य में कभी गोहत्या न करने का वादा किया है।