पिछले 1 दिन में पूरे भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,15,735 नए मामले सामने आए हैं, जो अब तक किसी भी देश का 1 दिन में सबसे बड़ा आँकड़ा है। जबकि ठीक होने वालों की संख्या इससे काफी कम 1,79,427 रही। साथ ही मात्र 1 दिन में 2101 लोगों को कोरोना की वजह से अपनी जान गँवानी पड़ी। इस तरह से भारत में सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या 22,84,411 पहुँच गई है।
सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में अमेरिका के बाद भारत पूरे विश्व में दूसरे स्थान पर पहुँच गया है। इसके बाद ब्राजील और फ्रांस का नंबर आता है। भारत की बात करें तो यहाँ पिछले 1 दिन में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से 67,468 और उत्तर प्रदेश से 33,106 मामले सामने आए। मृतकों में सबसे ज्यादा 568 महाराष्ट्र और 249 दिल्ली से रहे। इस तरह से महाराष्ट्र में फ़िलहाल 6,95,747 और यूपी में 2,42,265 सक्रिय कोरोना मामले हैं।
अमेरिका में नवंबर 2020 की शुरुआत से लेकर फरवरी 2021 के मध्य तक कोरोना वायरस जिस तेजी से फ़ैल रहा है, फ़िलहाल भारत में वो उससे 4 गुना अधिक रफ़्तार से हावी हो रहा है। लेकिन, मृत्यु दर उसका आधा है। जहाँ 1 अप्रैल को 81,398 नए मामले सामने आए थे, 22 दिनों में ये संख्या लगभग 4 गुना बढ़ गई है। अगर हम भारत और अमेरिका की जनसंख्या को देखें तो वहाँ की त्रासदी कहीं ज्यादा भयंकर थी।
जहाँ अमेरिका में प्रति 10 लाख में 97,881 मामले सामने आ रहे थे, भारत में ये आँकड़ा उससे कहीं 9 गुना कम 11,418 पर है। अमेरिका में जहाँ प्रति मिलियन में 1752 लोग मर रहे थे, भारत में ये आँकड़ा 132 है, यानी 13 गुना कम। बिहार, उत्तर प्रदेश और असम में कोरोना के मामलों की संख्या पहले के मुकाबले ज्यादा तेज़ी से बढ़ रही है। बुधवार (अप्रैल 21, 2021) को 17 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के अब तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आए।
अब तक 13.01 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया गया है। दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या पिछले 1 दिन में कम आई क्योंकि यहाँ टेस्टिंग की संख्या ही घटा दी गई है। छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में 1 दिन में 193 लोगों की कोविड-19 की वजह से मौत होना चिंता का सबब है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में अन्य राज्यों के मुकाबले कम मामले सामने आए। इससे पहले अमेरिका में 1 दिन में सबसे ज्यादा जनवरी 8 को 3,07,581 नए मामले सामने आए थे।
One million cases in 4 days, record deaths: India’s #Covid ‘storm’ in 10 charts
— The Times Of India (@timesofindia) April 21, 2021
“This second corona wave came like a storm,” Prime Minister Narendra Modi acknowledged in his address to the nation on Tuesday.
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देश में ऑक्सीजन की कमी की बात भी सामने आ रही है, जिस कारण रिलायंस, टाटा और सरकारी तेल कंपनियों ने आगे आकर मोर्चा संभाला है। अब दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की कमी पूरी करने उसकी जिम्मेदारी है, वो माँग कर, उधार लेकर या चुरा कर – इसे किसी तरह पूरा करे। उच्च न्यायालय ने कहा कि ये मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति है। ‘हैरान और निराश’ हाईकोर्ट ने कहा कि सरकार वास्तविकता नहीं देख पा रही है।
हाईकोर्ट ने पूछा, “ये क्या हो रहा है? आखिर सरकार क्यों वास्तविकता को नहीं देख पा रही है? पिछले 10 दिनों में कोरोना के मामले दोगुने हो गए हैं और ये सिर्फ दिखाया नहीं जा रहा है, सच्चाई है।” मैक्स हैल्थकेयर नेटवर्क ने याचिका दायर कर के कहा था कि अधिकतर अस्पताल खतरनाक रूप से काफी कम ऑक्सीजन पर काम कर रहे हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि एक संप्रभु राष्ट्र अपने लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकता।