पिछले दिनों मध्य प्रदेश के जबलपुर में अनामिका दुबे का त्याग करते हुए उसके परिजनों ने पिंडदान किया था। उन्होंने एक शोक संदेश भी छपवाया था जिसमें उसे ‘कुपुत्री’ बताया गया था। ऐसा अनामिका के मोहम्मद अयाज से शादी कर उजमा फातिमा बनने की बात सामने आने के बाद किया गया था। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग बँटे हुए हैं। कुछ लोग अनामिका के परिजनों के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग जीवित बेटी के पिंडदान पर आपत्ति जता रहे हैं। अब बीजेपी नेता कपिल मिश्रा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने अनामिका के पिंडदान को महापाप बताया है।
तीन मिनट 38 सेकेंड के इस वीडियो में कपिल मिश्रा ने अनामिका के परिजनों से पूछा है कि बेटी का पिंडदान कर, शोक संदेश छपवा कर, वे समाज को क्या संदेश दे रहे हैं। साथ ही हिंदुओं से बेटे-बेटियों से हमेशा संवाद करते रहने की अपील की है। दमोह के स्कूल और गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण की कोशिश के मामले का जिक्र करते हुए कहा है कि आपके बच्चे कई खतरों से घिरे हैं। इसलिए जरूरी है कि बच्चों से संवाद का चैनल कभी खत्म नहीं करें। उनसे रिश्ते नहीं तोड़ें। उन्हें जब भी अपनी गलती का अहसास हो तो उन्हें पता होना चाहिए कि उनके लिए अपनों के दरवाजे खुले हैं।
जबलपुर में जीवित बिटिया का पिंडदान और त्याग की घटना एक ग़लत शुरुआत है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 14, 2023
अगर बेटी लव जिहाद का शिकार है भी तो भी संवाद बंद मत करिए
अगर आपका बच्चा बीमार हो तो क्या मरने के लिए छोड़ दोगे?
बेटियों को भरोसा दो कि कोई अब्दुल हाथ उठाएगा तो मेरे पिता, मेरी माँ, मेरे भाई बहन, दोस्तों का… pic.twitter.com/wEmtvs1Qiq
मिश्रा ने वीडियो में कहा है, “बेटी का त्याग करना, उसे मरा हुआ मान लेना महापाप है। मैं यह कहना चाहता हूँ कि ऐसा मत करो। लव जिहाद के ज्यादातर मामलों में बेटियों की हत्या तभी होती हैं, जब उनसे सारे संबंध खत्म कर उन्हें मरने के लिए अकेला छोड़ दिया जाता है।” उन्होंने कहा है कि बेटी जब भी वापस आना चाहे उसके लिए दरवाजे खोलकर रखिए। उसे पता हो कि मेरे माता-पिता का, मेरे भाई-बहन का दरवाजा मेरे लिए खुला है। मैं वापस जा सकती हूँ।
मिश्रा ने कहा है, “बेटियाँ पीड़ित हैं, विक्टिम हैं, अपराधी नहीं हैं। शिकार हैं वो। सच्चा प्रेम हो या फिर वह लव जिहाद की शिकार हुईं हो, दोनों ही स्थितियों में संबंध खत्म मत करिए। संवाद का चैनल खुला रखिए। ताकि कल को कोई अब्दुल आपकी बेटी पर हाथ उठाए तो उसे यह डर हो कि इसका परिवार इसके साथ खड़ा है। ज्यादातर मामलों में अपराधियों को पता होता है कि मैं इसे मारूँगा और कोई इसे पूछने नहीं आएगा। इसको कोई बचाने नहीं आएगा। इसके पास जाने का कोई दरवाजा नहीं है। तब हत्या होती है। तब बेटियाँ सूटकेस में मिलती हैं।” उन्होंने कहा है, “जो बेटी आज जा रही है, क्या पता कल को उसकी आँख खुले। उस पर ट्रिपल तलाक, हलाला या किसी भी तरह का अत्याचार हो तो वह वापस आ सके।”
क्या है मामला?
अनामिका को लव जिहाद का शिकार बताते हुए उसके परिजनों ने 11 जून 2023 को नर्मदा नदी के तट पर पिंडदान किया था। इसके बाद मृत्युभोज का भी आयोजन किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल कार्ड में बड़े-बड़े अक्षरों में शोक संदेश लिखकर लड़की के पिता ने अपनी बेटी को कुपुत्री बताया था। वायरल कार्ड में लड़की के के पिता चंद्रिका ने अपनी बेटी की मौत 2 अप्रैल 2023 (रविवार) को होना बताया था। कार्ड में लोगों से पिंडदान में शामिल हो कर ‘नरकगामी’ आत्मा की शाँति की प्रार्थना की कामना की गई थी। कार्ड के सबसे ऊपर अनामिका की फोटो लगी थी।
पिछले दिनों जिस जबलपुर मध्य प्रदेश निवासी अनामिका दुबे ने मुस्लिम युवक से निकाह कर इस्लाम अपना लिया था उसके परिजनों ने उसका परित्याग कर पिंड दान और मृत्यु भोज की रस्म संपन्न की
— Abhishek Kumar Kushwaha (@TheAbhishek_IND) June 11, 2023
मेरे हिसाब से परिजनों द्वारा लिया गया निर्णय बिल्कुल सही है। आपके क्या विचार हैं, कमेंट में अवश्य… https://t.co/pWaJivOMzM pic.twitter.com/r8CppWCEUA
गौरतलब है कि इसी माह जून 2023 में उजमा फातिमा उर्फ़ अनामिका की अयाज से शादी का कार्ड वायरल हुआ था। कार्ड के वायरल पर लड़की की माँ सामने आई थी और इसे ‘लव जिहाद’ बताते पुलिस से बेटी को वापस दिलाने की माँग की थी। हालाँकि, मध्य प्रदेश पुलिस ने लड़की के माँ के आरोपों का खंडन करते हुए इसे आपसी सहमति से बना रिश्ता बताया था।