दिल्ली के जहाँगीरपुरी में 16 अप्रैल (शनिवार) को हनुमान जन्मोत्सव शोभा यात्रा पर हमले के मामले में दिल्ली पुलिस ने 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस हमले में 6 पुलिसकर्मियों सहित 7 लोगों के घायल होने के बात कही जा रही है। वहीं, एक पुलिसकर्मी को गोली भी लगी है। यह गोली उसके शरीर से आर-पार हो गई है। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हालात को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
Heavy security deployment in Delhi's Jahangirpuri area where a clash broke out yesterday during a religious procession pic.twitter.com/TFkApvrNj3
— ANI (@ANI) April 17, 2022
दिल्ली पुलिस के जिस सब इंस्पेक्टर को गोली लगी है, उनका नाम मेधालाल है। बवाल की सूचना के बाद वह इलाके में पहुँचे थे। आजतक को उन्होंने बताया कि जब वे घटनास्थल पर पहुँचे तो उपद्रवियों लगभग एक हजार लोग इकट्ठा हो गए थे। उपद्रवियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े।
दंगाइयों के के उपद्रव के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें हजारों की संख्या वाली भीड़ अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए पुलिस के बेखौफ होकर हाथों में तलवार लहरा रही है। शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी करने के साथ-साथ गाड़ियों में आग लगाने का वीडियो भी सामने आया है।
वहीं, हिंसा की निंदा करने के बजाए जमीयत उलेमा-ए-हिंद दंगाइयों के बचाव में खुलकर सामने आ गया है। जमीयत के दिल्ली अध्यक्ष मोहम्मद आबिद ने दंगे का दोष हिंदुओं पर मढ़ने की कोशिश करते हुए मुस्लिमों के हमले को सही ठहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा कई बार मस्जिद के सामने से गुजरी और फिर वापस आई। इस दौरान लोग उसमें घुसने और झंडा लगाने की कोशिश कर रहे थे।
हालाँकि, आबिद का यह दावा पूरी तरह गलत है। सामने आए वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि शोभा यात्रा में शामिल लोग भगवान का संकीर्तन करते हुए रास्ते थे जा रहे थे। शोभा यात्रा जब मस्जिद के पास पहुँची, उसी दौरान उन मुस्लिमों ने उन पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि शोभा यात्रा शांतिपूर्वक निकल रही थी, इसी दौरान पत्थरबाजी होने लगी।
इस मामले की जाँच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। स्पेशल सेल की कई टीमें जहाँगीरपुरी इलाके में जाकर इलाके की सीसीटीवी फुटेज और अपराधियों की लिस्ट की जाँच कर रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ हो रही है।
बता दें कि उपद्रव के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से बात कर स्थिति का जायजा लिया था। वहीं, हालात को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। दिल्ली से सटे नोएडा और लखनऊ जैसे संवेदनशील शहरों में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया।
इलाके में बांग्लादेशी मुस्लिमों की भारी संख्या
स्थानीय लोगों का कहना है कि जहाँगीरपुरी के जिस इलाके में दंगाइयों ने पत्थरबाजी की वहाँ अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम बड़ी संख्या में रहते हैं। सी-ब्लॉक और एच-टू झुग्गी में इनकी आबादी सबसे अधिक है। बी ब्लॉक में भी मुस्लिम आबादी है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमला सी ब्लॉक के मंगल बाजार और कुशल सिनेमा के बीच हुआ। चारों तरफ से अचानक पत्थरबाजी होने लगी। यहाँ मुस्लिमों की आबादी बहुत अधिक है।