जहाँगीरपुरी हिंसा की जाँच में 23 लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है। कोर्ट में याचिका डाल कर हिंसा की जाँच के लिए कमेटी गठित करने की माँग की गई है। याचिकाकर्ता ने भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखकर मामले में स्वत: संज्ञान लेने को कहा। माँग है कि कोर्ट की निगरानी में केस की जाँच हो।
23 accused arrested till now. 9 people incl police personnel & one civilian received injuries during the incident. Analysis of CCTV footage & digital media is being done. FSL teams have visited scene of crime today:Delhi Police commissioner Rakesh Asthana on Jahangirpuri violence pic.twitter.com/TfZLBxGwOa
— ANI (@ANI) April 18, 2022
वकील अमृतपाल सिंह खालसा ने अपनी याचिका में कहा कि पिछले साल ही दिल्ली पुलिस को दिल्ली दंगे मामले में फटकार लगी थी। उस दौरान दिल्ली पुलिस की छवि कमजोर हुई थी और लोगों का विश्वास भी उन पर कम हुआ था। याचिकाकर्ता ने याचिका में दिल्ली पुलिस पर पक्षपाती जाँच और दंगे करने वालों को सीधे तौर पर बचाने का आरोप लगाया।
इस याचिका में याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि ये दूसरी बार है जब अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके पत्र के अनुसार, पहले हनुमान जन्मोत्सव में शामिल कुछ लोग मस्जिद में घुसे, वहाँ झंडा लगाया और फिर दूसरे समुदाय की ओर से पत्थरबाजी शुरू हुई। जबकि शोभा यात्रा में शामिल पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनकी गाड़ी शोभा यात्रा के साथ-साथ थी और किसी ने भी दूसरे समुदाय के लोगों को भड़काने का काम नहीं किया
जहाँगीरपुरी हिंसा में 21 लोग गिरफ्तार
गौरतलब है कि इस मामले में अब तक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच 23लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कई हिंदू भी हैं। आरोपितों में 2 नाबालिग हैं। हिंसा में 8 पुलिसकर्मी सहित नागरिकों के घायल होने की सूचना है। घटना के बाद पुलिस अपनी तरफ से हाई अलर्ट पर है। हर जगह की अफवाहों को खत्म करने का प्रयास हो रहा है। पड़ताल में पुलिस साजिशकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटा रही है। खबर है कि जाँच में तीन तलवारें और पाँच पिस्टल बरामद हुई हैं।
हिंदू त्योहारों पर हिंदुओं को बनाया जा रहा निशाना, NIA से जाँच की माँग
केस की जाँच एनआईए से कराने की माँग भी सामने आई है। इस संबंध में विनीत जिंदल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है। इसमें कहा गया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए और सात अलग-अलग राज्यों में देश भर में कई घटनाओं से पता चलता है कि देश भर में हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए आइएस और अन्य राष्ट्र विरोधी और ताकतों के साथ आतंकी फंडिंग का लिंक है। याचिकाकर्ता ने इस बात पर दुख जताया कि हनुमान जन्मोत्सव और राम नवमी के शुभ अवसर देश के विभिन्न राज्यों में हिंसा की घटना सामने आई।
बता दें कि जहाँगीरपुरी हिंसा के बाद क्राइम ब्रांच की टीम घटनास्थल पर पहुँचकर सबूत जुटा रही है। क्राइम ब्रांच के अलावा फोरेंसिक की एक भी टीम भी जहाँगीरपुरी के सी ब्लॉक मस्जिद में जाँच के लिए पहुँची हैं।
Delhi | FSL team conducts an investigation in the Jahangirpuri violence case
— ANI (@ANI) April 18, 2022
Violence erupted in the area on the evening of April 16, during a religious procession on the occasion of Hanuman Jayanti pic.twitter.com/ky2RR2lOtR
मोहम्मद सोनू चिकना ने चलाई गोली, वीडियो में हुआ कैद
घटना के 100 से ज्यादा वीडियो व सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं। इन्हीं में से एक में हिंसा में गोली चलाने वाला मोहम्मद सोनू सामने आया है। उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। वह हिस्ट्रीशीटर सलीम चिकना का भाई। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे जब अन्य पत्थरबाज शोभायात्रा पर पत्थर बरसा रहे थे उसी बीच एक नीले कुर्ते और जालीदार टोपी में आकर गोली चलाता है। ये कोई और नहीं सोनू चिकना ही है।