झारखंड के सरकारी स्कूल इन दिनों चर्चा में हैं। पहले कई सरकारी स्कूलों में इस्लामी कायदे के हिसाब से रविवार की छुट्टी बदलकर शुक्रवार किए जाने की बात सामने आई थी। अब गिरिडीह जिले के एक स्कूल में छात्र की बेरहमी से पिटाई कक्षा के ब्लैकबोर्ड पर ‘जय श्रीराम’ लिखने के कारण किए जाने का मामला सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घटना गिरिडीह जिले के पालमो पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है। बताया जाता है कि चौथी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने 8 जुलाई 2022 को ब्लैक बोर्ड पर जय श्रीराम लिख दिया। असके अगले दिन 9 जुलाई को प्रिंसिपल मोहम्मद अबुल कलाम ने उसे जमकर पीटा। इस स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई होती है।
#Jharkhand: In Giridih, a minor of class 4 was brutally assaulted by school’s headmaster #MohammadAbulKalam for writing #JaiShriRam on the blackboard.
— Organiser Weekly (@eOrganiser) July 14, 2022
इसके बाद 13 जुलाई को स्कूल में स्थानीय ग्रामीणों की एक बैठक बुलाई गई। इसमें पंचायत के कई प्रमुख लोग, प्रिंसिपल अबुल कलाम और स्कूल प्रबंधन समिति सहित दर्जनों लोग शामिल हुए। बैठक के दौरान अब्दुल कलाम पर कई बच्चों के अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल में उनके बच्चों से शौचालय साफ कराया जाता है और उनसे शौचालय का पानी ढुलवाया जाता है। माहौल गर्म होता देख पंचायत के सदस्यों ने स्थानीय थाने को इसकी सूचना दी। पुलिस पहुँची तो उन्होंने भीड़ को तितर-बितर किया और गुस्साए स्थानीय लोगों को शांत कराया। घटना की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी पुष्पा कुजूर को भी दी गई, जिन्होंने मामले की जाँच के आदेश दिए हैं। साथ ही दोषी पाए जाने पर प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
इस घटना की निंदा करते हुए झारखंड भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कहा कि जिस तरह से पूरे झारखंड में कट्टरपंथियों का मनोबल बढ़ाने का काम राज्य सरकार कर रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले समय में झारखंड में भी तालिबान का राज होगा।
बता दें कि हाल ही में गढ़वा से खबर आई थी कि बच्चों को हाथ जोड़कर प्रार्थना करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उसके बाद झारखंड के जामताड़ा जिले के कुछ सरकारी स्कूलों में रविवार के बजाय शुक्रवार की छुट्टी दिए जाने की खबर सामने आई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले दुमका के कई स्कूलों के नाम में उर्दू जोड़ने की बात सामने आई थी ताकि साप्ताहिक छुट्टी शुक्रवार को की जा सके।