उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को जान से मारने की धमकी देने वाला पकड़ा गया है। आरोपित की पहचान आमीन के तौर पर हुई है। कानपुर से मंगलवार (25 अप्रैल 2023) को उसे गिरफ्तार किया गया। पता चला है कि अपनी गर्लफ्रेंड के पिता को फँसाने के लिए उसने सीएम की हत्या की धमकी दी थी।
धमकी आपातकालीन सेवाओं के लिए जारी किए गए नंबर डायल-112 पर व्हाट्सएप मैसेज कर रविवार (23 अप्रैल 2023) रात दी गई थी। मैसेज में लिखा था, “सीएम योगी को मार दूँगा जल्द ही।” धमकी भरा मैसेज मिलने के बाद लखनऊ पुलिस ने केस दर्ज कर जाँच शुरू कर दी थी। लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में सोमवार (24 अप्रैल 2023) को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 506, 507 और IT एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक आमीन को उसकी प्रेमिका के पिता पसंद नहीं करते हैं, इसलिए वह उन्हें फँसाना चाहता था। इसके लिए आमीन ने उनका मोबाइल चुरा लिया। इसके बाद 23 अप्रैल की रात 8.22 मिनट पर उसने यूपी पुलिस के 112 नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज भेजा। मैसेज मिलते ही यूपी पुलिस के कान खड़े हो गए और उस नंबर की जाँच शुरू कर दी जिससे धमकी दी गई थी।
सर्विलांस की टीम ने पाया कि जिस नंबर से मैसेज आया था वह कानपुर का है। इसके बाद कानपुर पुलिस से संपर्क किया गया और पुलिस नंबर मालिक तक पहुँची। पुलिस को फोन चोरी होने की जानकारी मिली। इसके बाद छानबीन करती हुई पुलिस आमीन तक पहुँची। पूछताछ में उसने फोन चुराकर धमकी भरा मैसेज भेजने की बात कबूल ली। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक उस पर चोरी समेत कई धाराएँ लगाई गई हैं।
कानपुर पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा है कि आरोपित का मकसद गर्लफ्रेंड के पिता को फँसाकर रास्ते से हटाना था। उसका उद्देश्य सीएम योगी को धमकी देना नहीं था। आमीन से विस्तार से पूछताछ की जा रही है। इसके बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले गत 18 अप्रैल 2023 को झारखंड के रहने वाले अमन रजा नामक व्यक्ति ने सीएम योगी को गोली मारने की धमकी दी थी। उसने यह धमकी फेसबुक पोस्ट के जरिए दी थी। इस मामले में यूपी एटीएस जाँच कर रही है। अमन रजा की गिरफ्तारी के लिए जाँच टीम झारखंड के बोकारो भी गई थी। लेकिन वह नहीं मिला।
गौरतलब है कि अगस्त 2022 में भी डायल-112 पर व्हाट्सएप कर सीएम योगी की बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने जाँच करते हुए राजस्थान के भरतपुर से सरफराज नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक अन्य पत्र भी मिला था। इस पत्र में, 15 दिन के भीतर सीएम योगी की बम से उड़ाने के बारे में लिखा हुआ था।