करनाल अनाज मंडी में मंगलवार (7 सितंबर 2021) को किसान महापंचायत के बीच शरारती तत्वों के घुसपैठ की आशंका जताई गई है। हिंसा को लेकर आगाह करते हुए पुलिस ने एक बयान जारी कर यह बात कही है। बयान में कहा गया है कि ऐसे तत्वों की मंशा ठीक नहीं है। यदि किसी भी परिस्थिति में कानून का उल्लंघन हुआ तो पुलिस और प्रशासन को सख्त कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
आईजी करनाल के ट्विटर हैंडल से जारी बयान में कहा गया है कि रम्बा, निसिंग और अन्य इलाकों से कुछ शरारती तत्वों के जेली, लोहे की रॉड, तलवारें लेकर अनाज मंडी पहुँचने की सूचना है। इस संबंध में किसान नेताओं को जानकारी देकर ऐसे लोगों को महापंचायत से बाहर निकालने का आग्रह किया गया है। बयान के मुताबिक, “ऐसा प्रतीत होता है कि शरारती तत्व नेताओं की बात नहीं सुन रहे और सभा स्थल छोड़कर जाने को तैयार नहीं हैं।”
— IGP Karnal (@igkarnal) September 7, 2021
ट्वीट में इंटेलिजेंस रिपोर्ट का हवाला देकर यह बात कही गई है। साथ ही उपद्रवी तत्वों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। महापंचायत किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में भारतीय किसान यूनियन की ओर से बुलाई गई है।
The ground intelligence report indicates that some mischievous elements armed with sticks, iron rods have reached Anaj Mandi, Karnal. District admin and police are warning such mischievous elements not to take the law into their hands & maintain public order: Haryana Police
— ANI (@ANI) September 7, 2021
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने महापंचायत में आए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि हम हिंसा में शामिल नहीं होंगे। जब तक हमारी माँगें पूरी नहीं होती शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रहेगा। उनके अनुसार महापंचायत में शामिल किसी व्यक्ति के पास यदि हथियार है तो वह किसान नहीं है।
गौरतलब है कि करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर 28 अगस्त लाठीचार्ज के विरोध में यह महापंचायत हो रही है। किसान नेताओं ने लघु सचिवालय के घेराव का भी ऐलान कर रखा है। प्रशासन की अपील के बाद बातचीत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की 11 सदस्यीय समिति लघु सचिवालय पहुॅंची है।
किसान नेताओं के पहुँचने के बाद वहाँ किलेबंदी कर दी गई है। प्रशासन की ओर अलर्ट जारी किए जाने की बाद सुरक्षा-व्यवस्था और बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने महापंचायत को देखते हुए पहले से ही जिले में इटंरनेट सेवा बंद कर रखी है। कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत में भी इंटरनेट/एसएमएस सेवा 7 सितंबर तक के लिए निलंबित है। धारा 144 लागू कर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं।