यौन शोषण का शिकार हुई पीड़िता की पहचान हम इस रिपोर्ट में उजागर नहीं कर रहे। उसका बदला हुआ नाम ‘अंकिता शर्मा’ इस रिपोर्ट में प्रयोग करेंगे, मगर साथ ही सारी वो बात भी जस की तस बताएँगे जो पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताई है।
अंकिता शर्मा, बहरीन में एक वीजा फर्म में काम करती थीं। वहीं उनकी मुलाकात बिजनेस क्लाइंट के तौर पर सैफुद्दीन से हुई। अंकिता को लगा बाहरी देश में कोई भारतीय मिला है तो उससे बात करनी चाहिए। उनकी यही सोच बाद में उसके लिए गले की फांस बन गई क्योंकि सैफुद्दीन के मंसूबे अलग थे। सैफुद्दीन एक दिन अंकिता से मिला और उसकी ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला दिया। अंकिता को अंदाजा भी नहीं था कि उस ड्रिंक को पीने के बाद उसके साथ क्या होने वाला है।
सैफुद्दीन ने उसके बेहोश होने के बाद उसका रेप किया उसकी नग्न तस्वीरें निकाली और फिर ब्लैकमेल करने लगा। बाद में पता चला अंकिता प्रेगनेंट है। अंकिता ने इसकी शिकायत बहरीन पुलिस को दी। पुलिस ने 3 घंटे में सैफुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया और 14 दिन बाद जाकर छोड़ा जब उसने कहा कि वो लड़की से निकाह करेगा, बच्चे का ख्याल रखेगा।
जेल से निकलने के बाद सैफुद्दीन ने अंकिता का धर्मांतरण करवा दिया और फिर उससे निकाह भी कर लिया। अंकिता अब भी कुछ समझ पाती तो शायद संभल जाती, लेकिन बात पहुँच गई उसके प्रेगनेंट होने तक। सैफुद्दीन ने उसे बरगलाया और कहा कि वो बहरीन से मुंबई चले क्योंकि बहरीन में उसका ध्यान रखने को कोई नहीं होगा। अंकिता ने फिर सैफुद्दीन पर यकीन कर लिया। मुंबई पहुँचकर अंकिता का सालवा अस्पताल में अबॉर्शन करवा दिया गया बिन उसकी मंजूरी के और एक दिन में ही उसे अस्पताल से भी चलता कर दिया गया।
अंकिता के अनुसार, इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सैफुद्दीन अस्पताल के संपर्क में था। वो लगातार प्रक्रिया के बारे में पूछ रहा था, लेकिन जब उसके साथ मेडिकल लापरवाही की गई और अंकिता की हालत बिगड़ गई तो कोई उसका ध्यान रखने नहीं आया। अंकिता की तबीयत बिगड़ती रही और सैफुद्दीन गायब रहा।
अंकिता बताती है कि सैफुद्दीन और उसके परिवार वाले अपने कनेक्शन अंडरवर्ल्ड तक से बताते थे। कहते थे कि वो पहले पाकिस्तानी थे। इन्हीं सब बातों से वो अंकिता को डराने का प्रयास करते थे, लेकिन अंकिता को डराना उनका ज्यादा दिन नहीं चला। गर्भपात के बाद अंकिता ने डरना बंद कर दिया। किसी तरह वो दोस्त की मदद लेकर सैफुद्दीन के परिवार के पास पहुँची, यहाँ उसे उसके अधिकार मिलने की जगह और भी ज्यादा बदसलूकी की गई। कहा गया- पहले ये चेक करवाओ की इस लड़की ने आखिरी बार सेक्स कब किया है।
इसके अलावा, अंकिता के शिकायत पत्र के अनुसार, जब वो कर्नाक के बीदर में सैफुद्दीन के घर गई तो वहाँ उन्हें मारने की कोशिश हुई, प्राइवेट पार्ट छूने का प्रयास हुआ, उसमें पैर की उंगली भी डाली गई, कपड़े फाड़ने की कोशिश की गई। इस दौरान उसके घर पर एक कॉन्ग्रेस नेता भी था।
अंकिता के अनुसार, इन सब घटनाओं के बीच सैफुद्दीन का भाई वीडियो बना रहा था। बीच में उसका भाई अंकिता पर हाथ उठाने आया। बाद में बाकी भाइ भी आ गए और घर में मौजूद मोहम्मद अलीमुद्दीन (शिकायत के अनुसार कॉन्ग्रेस नेता) घर की महिला को बोला- ‘इसे पकड़ो हम बताते हैं कि रेप कैसे होता है।’ जब अंकिता चीखने चिल्लाने लगी तो उसे थप्पड़ मारकर कमरे में बंद कर दिया गया। बाद में उसने कमरे से जाने की कोशिश की तो एक भाई ने आकर उसे छाती से पकड़ लिया और फिर बिन टीशर्ट बाहर जाने को कहा।
अंकिता बताती है कि उसके साथ कमरे में बंद कर जो हुआ उसकी वीडियो सैफुद्दीन के भाई ने बनाई थी। वो लोग धमकी दे रहे थे कि रही-सही जिंदगी खराब कर देंगे। अंकिता किसी तरह बचकर जब बीदर से निकली तो उसके परिजनों ने उन्हें घर बुला लिया। वह काफी समय सदमे में थीं। बाद में उसने गुंडवा थाना निरीक्षक के आगे अपनी शिकायत दर्ज कराई और अपनी सारी व्यथा सोशल मीडिया पर साझा की है। उसने गर्भपात की तस्वीर, सैफुद्दीन के घर में हुई बातचीत, थाने की वीडियो आदि अपने अकॉउंट पर डाली है। अंकिता का कहना है कि उसे टारगेट इसलिए किया गया क्योंकि वो हिंदू ब्राह्मण लड़की है और यूपी से है। अंकिता बताती हैं कि उसके साथ जो कुछ भी हुआ उसकी वीडियो जब उन्होंने सोशल मीडिया पर डाली तब तमाम महिलाएँ ऐसी सामने आईं जिन्होंने बताया कि वो भी ऐसी साजिशों का शिकार हुई है।