दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) के खिलाफ बुधवार (30 मार्च 2022) को कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल के ‘कश्मीर फाइल्स’ पर दिए बयान से कश्मीरी पंडित नाराज हैं। इस विरोध प्रदर्शन में कश्मीरी हिंदू समाज के लोग शामिल थे, जिसे इंडिया फोर कश्मीर (India 4 kashmir) नाम की संस्था ने ऑर्गेनाइज किया।
दरअसल, अरविद केजरीवाल ने ‘कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने का बयान दिया था। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि केजरीवाल ने यह बयान हँसते हुए दिया था। इससे कश्मीरी पंडित आहत हैं। बयान के विरोध में बुधवार को कश्मीरी पंडितों ने हाथ में तख्ती-बैनर और राष्ट्रीय ध्वज लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। पोस्टरो पर राखी बिड़ला की भी तस्वीर है। बता दें कि राखी बिड़ला डिप्टी स्पीकर हैं और जब अरविंद केजरीवाल कश्मीर फाइल्स को लेकर असंवेदनशील बयान दे रहे थे, तब वह ठहाके लगाकर हँस रही थीं।
इस दौरान प्रदर्शनकर्ताओं ने ‘गिरिजा जी पर हँसने वालों- शर्म करो, शर्म करो’, ‘7 लाख भगाए थे, 70 लाख बसाएँगे’, ‘WE WANT JUSTICE’, ‘कुछ काटे गए, कुछ जलाए गए, अपने घर से भगाए गए’, ‘जहाँ हुई बलिदान गिरिजा की, वो कश्मीर हमारा है’, ‘जहाँ हुई बलिदान टपलू जी की, वो कश्मीर हमारा है’ जैसे नारे लगाए।
विरोध प्रदर्शन की वजह के बारे में बात करते हुए कश्मीरी पंडित शिल्पा ने ऑपइंडिया से कहा, “अरविंद केजरीवाल ने हमारे नरसंहार को झूठा बताते हुए उसका मजाक बनाया, उस पर हँसा, जो कि बेहद ही निंदनीय है। हम इसी बात को लेकर यहाँ विरोध प्रदर्शन करने आए हैं।”
वहीं, कुसुम पंडिता नाम की एक अन्य कश्मीरी पंडित ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा, “अभी हाल ही में केजरीवाल साहब ने जो कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाया है, हम उसी के लिए यहाँ पर इकट्ठा हुए हैं। हमें उनसे यह उम्मीद नहीं थी कि केजरीवाल साहब ऐसा मजाक उड़ाएँगे। उनको ये समझना चाहिए कि हम पिछले 32 सालों से जिस दर्द से गुजर रहे हैं, हम अपना घर छोड़कर आए हैं, तो उनको ये सब नहीं करना चाहिए था। हमलोग सिर्फ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हम बस इतना चाहते हैं कि वह हमारे पूरे समाज से एक बार माफी माँगें।”
यह पूछे जाने पर कि केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों को नौकरी दी है, कुसुम ने कहा कि यह झूठ है। ये बातें वे अपनी सीट बचाने के लिए बोल रहे हैं। राखी बिड़ला की तस्वीर लगाने पर कुसुम कहती हैं कि एक महिला होने के नाते उनको महिला का दर्द समझना चाहिए। उनका हँसना बेहद ही अशोभनीय था।
इसके अलावा, उन्होंने फिल्म का बिना मतलब का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और कहा कि केजरीवाल ने कई फिल्मों को टैक्स फ्री किया है, लेकिन कश्मीर फाइल्स को यूट्यूब पर डालने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि फिल्म में वही सब सच दिखाया गया है, जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ है।
बता दें कि कश्मीरी पंडितों को सीएम आवास से 100 मीटर दूर ही रोक दिया गया। इसके बाद अंत मे उन्होंने फूल ले लेने की विनती की, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। पुलिसवालों ने कहा कि उन्हें फूल लेने का आदेश नहीं आया है। मजबूरी में फूल को बैरिकेड्स पर लगाने पड़े। इसके साथ ही उन्होंने केजरीवाल के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
प्रदर्शनकर्ता साक्षी ने कहा, “यह नरसंहार कोई मजाक नहीं है, कोई फेक स्टोरी नहीं है, कोई प्रोपेगेंडा नहीं है, कॉमेडी भी नहीं है, जिस पर आपके सदन में सभी ठहाके लगाकर हँस रहे थे। GET WELL SOON केजरीवाल जी और फिर पॉलिटिक्स का चश्मा उतार कर हमारे न्याय की मुहिम में शामिल हों। हम आपके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
बता दें कि आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ‘द कश्मीर फाइल्स‘ (The Kashmir Files) को झूठी फिल्म बताते हुए राज्य में टैक्स फ्री करने से इनकार कर दिया है। गुरुवार (24 मार्च 2022) को विधानसभा में उन्होंने फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने की सलाह भी दी थी।