केरल के पतनमतिट्टा स्थित एलान्थूर में दो महिलाओं की हत्या कर के ‘कुर्बानी’ देने के मामले में अब नरमांस-भक्षण (Cannbalism) का मामला सामने आया है। पुलिस जाँच कर रही है। कोच्चि के शहर पुलिस कमिश्नर सीएच नागराजू ने बताया कि पता चला है कि आरोपित ने एक मृतक का मांस खाया था, जिसके बाद पुलिस सबूत जुटाने में लगी है। आरोपित ने मृतक के शरीर के कई टुकड़े खाए थे। DNA विश्लेषण के अलावा अन्य वैज्ञानिक जाँच कराए जा रहे हैं।
इस मामले में अब तक एलान्थूर के रहने वाले 68 वर्षीय भगवाल सिंह, उसकी 59 वर्षीय पत्नी लैला और पेरुम्बावूर के रहने वाले फकीर मोहम्मद शफी उर्फ़ रशीद को गिरफ्तार किया गया है। इन तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इन्होंने तमिलनाडु के के धरमपुरी की रहने वाली 52 वर्षीय पद्मा और थ्रिसुर की 50 वर्षीय रोज़लिन वर्गीज का क़त्ल ‘कुर्बानी’ देने के लिए किया था। आगे की जाँच और सबूत जुटाने के लिए पुलिस इन तीनों की 12 दिन की कस्टडी की माँग रखेगी।
केरल में पिछले कुछ दिनों में लोगों के गायब होने वाली शिकायतों की फाइलें अब फिर से खोली जाएँगी, क्योंकि हो सकता है कि उनका ताल्लुक इस केस से निकल आए। वहीं राज्य की सत्ताधारी पार्टी CPM ने सरकार से माँग की है कि अन्धविश्वास और काला जादू से निपटने के लिए नया कानून बनाया जाए। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड शफी है। उसने ही आर्थिक समस्याओं से जूझते दंपति को धन के लिए महिलाओं की ‘कुर्बानी’ देने को कहा था। मीडिया शफी को तांत्रिक बता रहा है और हत्याओं को ‘बलि’ कह कर पेश कर रहा है।
लैला ने बताया है कि शफी ने दंपति से कहा था कि अगर अमीर बनना है तो ‘कुर्बानी’ देने के बाद मृत महिला की लाश के कुछ हिस्से खाने भी पड़ेंगे, ताकि इस प्रक्रिया का पूरा परिणाम मिले। लॉटरी बेच कर गुजर-बसर करने वाली पद्मा कोच्चि के एलमकुलम में एक किराए के कमरे में रहती थी। 26 सितंबर को शफी ने उसे 15,000 रुपए देने का लालच दिया और दंपति के घर ले गया। सीसीटीवी फुटेज में पद्मा को शफी के कार में बैठते हुए देखा जा सकता है।
इसी तरह एक अन्य मृतक रोज़लिन वर्गीज को शफी कोट्टायम से कार में बिठा कर ले गया था। उक्त महिला को उसने एक एडल्ट फिल्म में काम करने के बदले 10 लाख रुपए देने का लालच दिया था। उसे दंपति के घर ले जाया गया और बिस्तर से बाँध कर गला घोंट दिया गया। शफी ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए और गला भी रेत डाला। फिर महिला के शव को टुकड़े-टुकड़े कर के एक गड्ढे में डाल दिया गया।
इसी तरह का कुछ पद्मा के साथ भी किया गया। अदालत को दी गई पुलिस की रिपोर्ट में धनवान बनने के लिए जादू-टोने का जिक्र है, लेकिन नरमांस भक्षण का नहीं। शफी ने महिलाओं को सेक्स के बदले पैसे दिलाने का लालच दिया था। पद्मा की हत्या से पहले उसके शरीर पर कई वार किए गए थे। फिर एक बाल्टी में उसके शरीर के टुकड़े डाल दिए गए थे। पुलिस ने शफी को विकृत और सनकी बताया है, जो एक हार्डकोर अपराधी है।
इससे पहले 2020 में शफी एक 75 वर्ष की बजुर्ग महिला का बलात्कार कर चुका है। उसने महिला के शरीर पर कई बार वार किया था, जिससे जगह-जगह जख्म हो गए थे। पुलिस ने उसे यौन विकृति वाला अपराधी करार दिया है। दंपति और शफी के बीच हुए रुपए के लेनदेन को भी पुलिस ट्रेस कर रही है। किसी चौथी पार्टी के इस मामले में शामिल होने को लेकर भी जाँच चल रही है। शफी को दंपति से 3 लाख रुपए मिले थे।
दोनों ही महिलाओं को शाम के 5 बजे मारा गया था और देर रात उनकी लाशों को ठिकाने लगाया गया था। भगवाल सिंह और लैला के घर से विभिन्न गड्ढों से पुलिस को शव के टुकड़ों के 61 पैकेट्स मिले हैं। पद्मा को प्रताड़ित कर के उसके गुप्तांगों में चाकू मारा गया था। शफी मानव तस्करी भी करता था। 52 वर्षीय शफी स्कूल ड्रॉपआउट है। 2019 में काला जादू के खिलाफ केरल में बिल आया था, लेकिन विधानसभा में पेश नहीं हो सका।
शफी ने ‘श्रीदेवी’ नाम से फेक फेसबुक अकाउंट बता कर भगवाल सिंह को जाल में फाँसा था। उसने सिंह के सामने ही उसकी बीवी के साथ सेक्स भी किया। इस दौरान वो हाथ जोड़ कर देखता रहा। शफी इन सबको धनवान बनने की प्रक्रिया का हिस्सा बताता था। रोजलिन के स्तन को काट कर निकाल लिया गया था। शफी पहले के रेप केस में गिरफ्तार हुआ था, लेकिन फरवरी 2021 में उसे जमानत मिल गई थी। 6ठी पास शफी की एक पोती भी है।