Wednesday, April 24, 2024
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केरल में 2 औरतों का ‘सिर तन से जुदा’, मोहम्मद शफी ने वामपंथी दंपती के साथ मिल दिया अंजाम: मीडिया ने ‘बलि’ कहकर परोसा, BJP नेता बोले- आतंकी एंगल की हो जाँच

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने बताया कि ये पहली दफा नहीं है जब सीपीआईएम का सक्रिय कार्यकर्ता काला जादू करते पकड़ा गया। पुलिस को इस केस में कट्टरपंथी गतिविधियों की जाँच करनी चाहिए। केस में शपी का नाम है उसके संबंध इस्लामी आतंकी संगठनों से हैं।

केरल में CPI (M) कार्यकर्ता और उसकी बीवी ने काले जादू के चक्कर में पड़कर दो महिलाओं की हत्या कर डाली। उन्हें फेसबुक पर मिले मोहम्मद शफी उर्फ रशीद नाम के शख्स ने कहा था कि अगर वह इंसान की कुर्बानी देंगे तो उनके घर में पैसा ही पैसा होगा।

इसी लालच के बाद वामपंथी कार्यकर्ता भगवंत सिंह और उसकी बीवी लैला ने दो औरतों को किडनैप किया। फिर उन्हें मार डाला। घटना के बारे में सुन सीएम पिनराई विजयन ने भी हैरानी जताई। वहीं केरल हाईकोर्ट ने भी कहा कि आखिर राज्य किस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

शफी ने वामपंथी कार्यकर्ता और उसकी पत्नी से करवाया कत्ल

पुलिस ने इस केस का खुलासा मंगलवार (11 अक्टूबर 2022) को किया था। उन्होंने बताया कि दो महिलाओं के अपहरण और हत्या केस में कोच्चि पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा है। इनकी पहचान मोहम्मद शफी, भगवंत सिंह और उनकी पत्नी लैला के तौर पर हुई है।

पुलिस ने बताया कि मोहम्मद शफी ने महिलाओं की कुर्बानी देने के लिए उकसाया और फिर औरतों को पैसों का लालच देकर घर तक बुलाया। इसके बाद हत्या को अंजाम दिया गया। इन औरतों की पहचान लॉटरी डीलर पद्मा और सेल्सवुमन रोजलिन के तौर पर हुई। 

दोनों की उम्र 50 पार थी। ये त्रिशूर जिले वड्डाक्केनचेरी की रहने वाली थीं। घटना के दौरान वह एर्नाकुलम के कलाड़ी में थीं। दंपती ने शफी के कहने पर इनकी हत्या के बाद इनके शरीर के 50 से ज्यादा टुकड़े किए और इन्हें दफना दिया गया।

कैसे हुआ खुलासा?

दोनों हत्याओं का खुलासा तब हुआ जब पद्मा के बेटे ने अपनी माँ के गायब होने की शिकायत दी। बेटे ने बताया कि उनकी माँ हमेशा उनको कॉल करती थीं लेकिन जब एक दिन उन्होंने ऐसा करना बंद कर दिया तो वो केरल में उन्हें खोजने आए। यहाँ वह नहीं थीं। पुलिस ने शिकायत पर जाँच शुरू की। पुलिस ने उनका मोबाइल ट्रेस किया और उस जगह पहुँची जहाँ शरीर के हिस्से दफन थे। उसी जगह पुलिस को रोजलिन के शव के भी टुकड़े मिले।

कथिततौर पर पहले पैसों की लालच में पहले रोजलिन को मारा गया, लेकिन जब घर की आर्थिक स्थिति नहीं सुधरी तो फिर शफी ने एक और कुर्बानी देने को कहा गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, दंपती ने औरतों को पहले चारपाई से बाँधा था। फिर लैला ने शफी के बताए अनुसार उन औरतों का सिर तन से अलग किया और फिर पूरी बॉडी को धारदार हथियार से काट डाला। शरीर बाद में दफना दिया गया।

मीडिया ने कत्ल को लिखा ‘बलि’

अब ये तो साफ है कि इस घटना में शफी की सबसे मुख्य भूमिका थी। उसने दो अधेड़ उम्र की औरतों का कत्ल करवाया वो भी उनको लालच देकर। लेकिन मीडिया ने हिंदी मीडिया ने इसे ‘बलि’ का नाम देकर परोसा ताकि घटना को एक नया एंगल दिया जा सके। हालाँकि पुलिस के बयान ने ये साफ कर दिया कि हत्या की मंशा क्या थी। वामपंथी कार्यकर्ता और उसकी पत्नी ने लालच में घटना को अंजाम दिया।

मीडिया में कुर्बानी के नाम पर करवाए गए कत्ल को बताया गया ‘बलि’

आतंकी एंगल की हो जाँच

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने बताया कि ये पहली दफा नहीं है जब सीपीआईएम का सक्रिय कार्यकर्ता काला जादू करते पकड़ा गया। पुलिस को इस केस में कट्टरपंथी गतिविधियों की जाँच करनी चाहिए। केस में शपी का नाम है उसके संबंध इस्लामी आतंकी संगठनों से हैं।

हाईकोर्ट ने जताई चिंता

घटना को सुनने के बाद सीएम ने आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए जबकि हाईकोर्ट ने हैरानी जताते हुए कहा कि ये मूर्खता से भी परे है। हमें हैरानी की केरल कहाँ जा रहा हैं। आधुनिक होने की राह में हम भटक रहे हैं। लोग अजीब रास्तों पर जा रहे हैं। जस्टिस देवान रामचंद्रन ने कहा, “मैंने अपने 54 सालों में ऐसा कुछ नहीं सुना था।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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