सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो केरल में कट्टरपंथी इस्लामी मौलवियों के बढ़ते प्रभाव को दिखाता है। इस आपत्तिजनक वीडियो में ‘इस्लामिक विद्वान’ सलीह बथेरी का महिला विरोधी बयान सुना जा सकता है। वीडियो में बथेरी कह रहे हैं कि रात 9 बजे के बाद बाहर जाने वाली महिलाएँ वेश्या हैं और उन्हें मार दिया जाना चाहिए। बच्चे की तरह दिखने वाले सलीह की उम्र 27 साल है।
यह केरल की श्रृंखलाबद्ध घटनाओं में से एक है, जो कट्टरपंथी इस्लामी मौलवियों के बढ़ते प्रभाव और कम्युनिस्ट शासित राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी को दर्शाती है। विवादास्पद वीडियो में सलीह ने क्रूर बलात्कारी गोविंदाचामी की हरकतों को सही ठहराया, जिसने सौम्या नाम की लड़की का बलात्कार करने के बाद हत्या कर दी। सलीह ने अदालत के फैसले और सौम्या मामले की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश की आलोचना की।
सलीह के मुताबिक, गोविंदाचामी ने कहा था कि उसने सौम्या का रेप इसलिए किया क्योंकि वह रात में सफर कर रही थी और उसके मुताबिक रात में सफर करने वाली हर लड़की वेश्या होती है। ‘इस्लामिक विद्वान’ के इस वायरल वीडियो ने केरल में बड़े विवाद को जन्म दे दिया है। हालाँकि, सलीह बथेरी के महिला विरोधी बयान को लेकर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 वर्षीय सौम्या से बर्बर बलात्कार और उसकी हत्या करने के दोषी गोविंदाचामी की मौत की सजा को निरस्त कर दिया था और उसके खिलाफ लगे हत्या के आरोपों को हटाकर उसे सात साल कैद की सजा सुनाई। न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति पीसी पंत और न्यायमूर्ति यूयू ललित की पीठ ने आईपीसी की धाराओं 376, 394, 325 के तहत लगे आरोपों को बरकरार रखा।
केरल उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने सौम्या हत्या मामले में तमिलनाडु के विरदनगर से ताल्लुक रखने वाले गोविंदाचामी को फास्ट ट्रैक अदालत द्वारा सुनाई गई मौत की सजा की 17 दिसंबर 2013 को पुष्टि की थी। घटना एक फरवरी 2011 को उस समय हुई जब कोच्चि में एक शॉपिंग मॉल में काम करने वाली सौम्या एर्नाकुलम-शोरनपुर पैसेंजर ट्रेन के महिला डिब्बे में सफर कर रही थी। गोविंदाचामी ने उस पर हमला किया दिया था और चल रही ट्रेन से उसे धक्का दे दिया।
इसके बाद हमलावर भी ट्रेन से कूद गया और घायल पड़ी महिला को उठाकर वल्लातोल नगर में रेल पटरी के पास एक जंगल क्षेत्र में ले गया तथा वहाँ उसके साथ बलात्कार किया। चोटों के चलते 6 फरवरी 2011 को राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल, त्रिशूर में सौम्या की मौत हो गई।