मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में 21 अगस्त 2024 को मुस्लिम भीड़ ने पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था। हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस हमले का सरगना कॉन्ग्रेस नेता हाजी शहजाद अली था, जिसकी करोड़ों रुपए की हवेली और कारों पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया है। शहजाद अली कुछ साल पहले तक बेहद गरीब हुआ करता था और कपड़े की फेरी लगाता था।
हिंदू परिवार की जमीन पर बनी थी हवेली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाजी शहजाद अली की जिस हवेली पर प्रशासन का बुलडोजर चला है, वहाँ की जमीन का मालिक कभी एक कोइरी परिवार हुआ करता था। आरोप है कि कई आपराधिक मुकदमों में नामजद हाजी शहजाद अली ने ये जमीन उसे डरा-धमका कर हासिल की थी। इन आरोपों की जाँच फिलहाल जिला प्रशासन करवा रहा है।
हाजी शहजाद अली पर हत्या के प्रयास, धमकी देने और जमीन हथियाने के कई आपराधिक केस पहले से चल रहे हैं। हाजी शहजाद अली के अपने तीन अन्य भाइयों के साथ मिलकर नेक्सस चला रहा था। इस गिरोह में उसका सबसे छोटा भाई फैयाज अली भी शामिल है। फयाज अली बी पुलिस की लिस्ट में एक रजिस्टर्ड अपराधी है। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं।
लगाता था अपनी अदालत
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, हाजी शहजाद अली किसी समय अपनी खुद की अदालत लगाया करता था। इस अदालत को खानका का नाम दिया गया था। हाजी शहजाद ने इसके कई वीडियो खुद वायरल किए थे। इस अदालत में वह लोगों के आपसी झगड़े अपनी दबंगई से सुलझाता था। इसके लिए वह पैसे भी ऐंठता था।
सुलह समझौतों के मामलों में हाजी अली पीड़ित और आरोपित पक्षों से पैसे ऐंठा करता था। अब पुलिस के पास हाजी शहजाद और उसके भाइयों के अवैध कारनामों की तमाम शिकायतें आ रही हैं। इन सभी शिकायतों पर छतरपुर का जिला प्रशासन जाँच करवा रहा है। इन शिकायतों में करोड़ों रुपए की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदना भी शामिल है।
कभी ठेले पर बेचता था कपड़े
हाजी शहजाद अली कोई खानदानी रईस नहीं है। लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले तक वह फेरी लगाकर पुराने कपड़े बेचा करता था। स्थानीय लोगों को ये नहीं पता कि कपड़ों की फेरी लगाने वाला हाजी शहजाद इतने कम समय में अरबपति कैसे बन गया। शहजाद के पास कुछ अघोषित सम्पत्तियाँ होने की भी आशंका है।
फिलहाल जिला प्रशासन हाजी शहजाद की चल-अचल सम्पत्तियों की जाँच में जुटा है। इसके अलावा पुलिस पर हमले के कुछ अन्य आरोपितों पर रासुका और जिला बदर जैसी कार्रवाई हो सकती है। बता दें कि हाजी शहजाद अली कॉन्ग्रेस का जिला उपाध्यक्ष है। मुस्लिमों के पैगंबर के कथित अपमान के नाम पर वह 21 अगस्त को सैकड़ों उपद्रवियों का नेतृत्व कर रहा था।
इस दौरान भीड़ ने उन्मादी नारे लगाए और पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया। इस मामले में पुलिस ने हाजी अली सहित 50 लोगों और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखी है। वीडियो फुटेज से कुछ संदिग्धों को देख कर उनकी धरपकड़ की जा रही है। कई आरोपितों के पास शस्त्र लाइसेंस थे जिनको निरस्त करने की भी कार्रवाई चल रही है।