दिल्ली की अरविंद केजरीवाल ने आदेश जारी कर दीवाली में पटाखे फोड़ने पर रोक लगा दी थी। साथ ही कहा था कि पटाखे फोड़ने वालों को 200 रुपए का जुर्माना और 6 माह तक की सजा हो सकती है। हालाँकि, कई हिंदू संगठनों से लेकर भाजपा ने भी केजरीवाल सरकार पर हिंदुओं के प्रमुख त्योहार दीवाली को निशाना बनाने का आरोप लगाया था। दिल्ली में पटाखों के बैन के बीच पंजाब में पराली जलाने के आँकड़े सामने आए हैं जिससे केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की नियत पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
दरअसल, मंगलवार (25 अक्टूबर, 2022) को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा राज्य सरकारों को जारी की गई एक रिपोर्ट से यह सामने आया है कि पंजाब में पराली जाने के आँकड़े बढ़ते जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली के दिन यानी सोमवार (24 अक्टूबर 2022) को पंजाब में 1019 जगहों पर पराली जलाई गई है। जबकि, इस मामले में अन्य राज्यों के आँकड़े काफी कम हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, हरियाणा में 250 जगह, उत्तर प्रदेश में 215 जगह, मध्य प्रदेश में 26 और राजस्थान में 07 जगहों पर पराली जलाई गई है। कुल मिलाकर देखें तो, पंजाब में सितंबर से अब तक 5617 जगहों पर पराली जलाई गई है। जबकि, हरियाणा के अलावा किसी अन्य राज्य के आँकड़े 1000 से अधिक नहीं है।
पँजाब में पराली जलाने के बढ़ते आँकड़ों और केजरीवाल द्वारा दिवाली में पटाखे बैन करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने ट्वीट कर कहा है, “कल पंजाब में 1000 से अधिक जगह पराली जलाने की घटनाएँ हुई हैं। फिर भी अरविंद केजरीवाल या उनकी पार्टी ने इसके बारे में कोई बात नहीं की। ये लोग दिवाली और पटाखों को निशाना बनाने में व्यस्त हैं।”
Over 1000 #StubbleBurning incidents in Punjab yesterday, yet no mentioning about the same by @ArvindKejriwal or his party.
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) October 25, 2022
They are busy in targeting #Deepawali & #firecrackers pic.twitter.com/MGHOVtnnfZ
अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने पराली जलाए जाने के आँकड़े भी शेयर किए हैं। इन आँकड़ों को देखें तो पता चलता है कि बीते एक सप्ताह में पंजाब में पराली जलाए जाने की घटनाओं में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। दरअसल, पंजाब में भगवंत मान के नेत्रों वाली आम आदमी पार्टी की सरकार है। इस साल से पहले तक केजरीवाल दिल्ली के प्रदूषण को लेकर पंजाब को दोषी ठहराते थे। लेकिन, इस बार केजरीवाल तो क्या उनकी पार्टी का कोई भी नेता पंजाब में पराली जलाने को लेकर कुछ भी नहीं बोल रहा है।