उत्तर प्रदेश पुलिस ने 18 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों की पहचान सुमित जायसवाल, शिशि पाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी उर्फ सत्यम और नंदन सिंह बिष्ट के रूप में हुई है। अब मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 10 हो गई है।
यूपी पुलिस ने एक बयान में कहा, “सोमवार को लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने SWAT टीम के साथ मिल कर चार लोगों को गिरफ्तार किया था। SIT जाँचकर्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी आरोपित से पूछताछ कर रहे हैं और आगे की जाँच जारी है।” त्रिपाठी के पास से SWAT टीम ने एक रिवॉल्वर और जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।
अंकित दास, शेखर भारती (दास का ड्राइवर) और लतीफ (दास का सुरक्षा गार्ड) से पूछताछ में सत्यम तिवारी का नाम सामने आया था। इंडियन एक्सप्रेस ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा है, “आरोपित शेखर भारती ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन कौशांबी के सत्यम तिवारी SUV चला रहे थे।” एक अन्य अधिकारी के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने कहा है, “आरोपितों से घटना और इसमें उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ की जाएगी। अगर वे पूछताछ में सहयोग नहीं करते हैं तो हम उनके रिमांड के लिए आवेदन करेंगे।” इससे पहले पुलिस ने मामले में आशीष मिश्रा, लवकुश पांडे, आशीष पांडे, शेखर भारती, लतीफ और अंकित दास समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था।
लखीमपुर हिंसा मामला
3 अक्टूबर 2021 को, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में ‘किसानों’ की एक भीड़ ने भाजपा के काफिले पर पत्थर और लाठियों से हमला किया। इसके बाद हुए हंगामे के बीच प्रदर्शनकारियों के ऊपर एक वाहन दौड़ता देखा गया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया। लोगों को वाहन के अंदर से घसीटा और पीट-पीटकर मार डाला।
हिंसा में कुल आठ लोगों की जान चली गई थी। मामले में अब तक दस गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजन को 45 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। मामले की जाँच के लिए एक सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई है।