लखीमपुर खीरी हिंसा का एक नया वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। इसमें अनियंत्रित गाड़ी विरोध कर रहे ‘किसानों’ के बीच से गुजरती दिखाई दे रही है। गाड़ी की विंडशील्ड टूटी हुई है। इसे देख ऐसा लगता है कि इस गाड़ी पर ‘किसानों’ की भीड़ ने पत्थरों और लाठियों से हमला किया होगा। इसकी वजह से घायल ड्राइवर ने गाड़ी से अपना नियंत्रण खो दिया होगा और दुर्घटना हो गई।
30 सेकंड की छोटी क्लिप को स्लो मोशन में देखने पर ‘किसान’ की भीड़ को काले झंडे पकड़े हुए रास्ते पर चलते देखा जा सकता है। पीछे से एक वाहन तेजी से आता है और प्रदर्शनकारियों को टक्कर मार देता है। हालाँकि, वीडियो में 7 सेकंड में प्रदर्शनकारी को टक्कर मारने से पहले गौर से देखने पर वाहन की विंडशील्ड दिखाई दे रही, जो कि टूटा हुआ था। इससे पता चलता है कि प्रदर्शनकारियों ने काफिले पर पत्थरों से हमला किया था। वाहन पर ऐसे हमले से ड्राइवर अपना नियंत्रण खो बैठा। कार के ड्राइवर को भी ‘किसानों’ की भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। इसके अलावा तीन अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं को भी पीट-पीट कर मार डाला।
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
3 अक्टूबर को, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं पर ‘किसानों’ के हमले के बाद आठ लोगों की मौत हो गई थी। रिपोर्टों के अनुसार, कथित किसानों का एक बड़ा समूह पिछले साल सितंबर में बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में लखीमपुर खीरी में इकट्ठा हुआ था। डिप्टी सीएम का लखीमपुर खीरी का दौरा करने का कार्यक्रम था। प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और भाजपा के वाहन पर पथराव कर दिया।
रिपोर्टों से पता चलता है कि वाहनों में से एक ने कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को टक्कर मार दी, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने न केवल दो वाहनों को जला दिया बल्कि लोगों पर भी हमला किया। बताया जा रहा है कि एक ड्राइवर की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। सीएम योगी ने कहा कि घटना के पीछे जो भी लोग हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लखीमपुर खीरी में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।