उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) के अंदर हिंदुत्व विरोधी और आज़ादी के नारे लगने की खबर है। इस मामले में पुलिस ने कुल 17 नामजद सहित अन्य अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज की है। बताया गया है कि आरोपितों ने आज़ादी के नारों का विरोध करने पहुँचे छात्रों पर हमला भी किया। इस हमले में कुछ छात्रों को फैक्चर भी हुआ है। घटना रविवार (5 नवंबर, 2023) की है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
इस मामले की FIR वाराणसी के लंका थाने में 6 नवंबर (सोमवार) को दर्ज हुई है। शिकायत एक छात्रा की तरफ से दर्ज करवाई गई है। पीड़िता का कहना है कि पिछले 2 दिनों से यूनिवर्सिटी के छात्र BHU कैम्पस में धरना दे रहे थे। इस दौरान पीड़िता यूनिवर्सिटी की एक छात्रा व 2 अन्य छात्रों के साथ धरनास्थल पर पहुँची। धरनास्थल पर इन सभी को यूनिवर्सिटी के छात्रों के बजाय कई बाहरी लोग भी दिखाई पड़े। आरोप है कि ये लोग ‘हिंदुत्व की कब्र खुदेगी’ और ‘आज़ादी’ के नारे लगा रहे थे। एक वायरल वीडियो में वामपंथी छात्राओं द्वारा पुलिस के आगे ही ‘मोदी-योगी मुर्दाबाद’ के नारे लगाए जा रहे हैं।
सामान्य विद्यार्थियों के आंदोलन में घुसपैठ कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा हेतु हिंसात्मक नारे लगाते AISA-BCM। सामान्य विद्यार्थियों से मारपीट इनके माओवादी विचारों की हिंसात्मक प्रवृत्ति को दर्शाती है।।#BHUagainstRedTerror pic.twitter.com/3rm3OTsa0t
— ABVP BHU (@abvp_bhu) November 6, 2023
पीड़िता ने अपनी शिकायत में आगे बताया है कि BHU कैम्पस में लग रहे आपत्तिजनक नारों का धरने या छात्राओं के हित से कोई वास्ता न होने की वजह से उन्होंने इस नारेबाजी का विरोध किया। इस विरोध से नाराज हो कर वहाँ मौजूद कई लोगो ने पीड़िता और उसके साथियों पर हमला बोल दिया। पीड़िता ने इन हमलावरों में आकांक्षा शर्मा उर्फ़ आज़ाद, चंदा यादव, रोशन पांडेय, इप्शिता, राजेश कुमार, राणा रोहित, राजीव नयन, सुमन आनंद, अक्षय आदर्श, ऋषि तिवारी, मानव उमेश, अमन सिंह, अमित, अनुपम और विश्वजीत और अनुरति को नामजद करते हुए 15 अज्ञात लोगों के होने का दावा किया। ABVP ने वीडियो शेयर कर के वामपंथी छात्राओं द्वारा महिला सुरक्षाकर्मी का गला दबाने का आरोप लगाया है।
वामपंथ का असली चेहरा उजागर ।अपनी ड्यूटी कर रही BHU की महिला सुरक्षाकर्मी का गला दबा कर मारने का प्रयास करते AISA BCM के आपराधिक तत्व।
— ABVP BHU (@abvp_bhu) November 5, 2023
शर्मनाक कृत्य। @dgpup@Uppolice@VCofficeBHU#BHUagainstRedTerror pic.twitter.com/QBhUwewaTM
शिकयत में पीड़िता ने आगे बताया कि हमलावरों की भीड़ ने उन्हें और उनके साथियो को घसीट कर मारा। पीड़िता के कपड़ों को खींचा गया और उनके साथ मौजूद एक दलित समुदाय के युवक को जातिसूचक गालियाँ दीं गईं। भीड़ में से कई लोग पीड़ितों को देश लेने की धमकी भी देते रहे। हमले में पीड़िता व उनके साथियों के हाथ, पैर में फैक्चर के साथ आँख के पास घाव हो गया। नामजद आकांक्षा, चंदा यादव, इप्शिता और रिद्धि के पहले भी आपराधिक मामलों में शामिल रहने की जानकारी देते हुए पीड़िता ने खुद को बेहद डरा बताया है।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आम विद्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन में AISA एवं BSM के माओवादी तत्वों द्वारा हिंदुत्व की कब्र खुदेगी के नारे का विरोध करने पर ABVP की छात्रा कार्यकताओं को घायल किया।#RedTerrorDownDown#BHUAgainstPartition pic.twitter.com/fu0s4DQkKn
— ABVP KASHI PRANT (@abvpkashiprant) November 5, 2023
शिकायत के अंत में पुलिस से सभी आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की गई है। इस शिकायत पर पुलिस ने पीड़िता द्वारा बताए गए सभी 17 आरोपितों को नामजद किया है। बाकी अन्य हमलावरों को अज्ञात में रख कर मामले की विवेचना की जा रही है। इन सभी हमलावरों पर IPC की धारा 147, 323, 504, 506, 505 (2) और 354 (ख) के साथ SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया गया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। एक अन्य वीडियो में वामपंथी छात्राओं को महिला शिक्षिकाओं से अभद्रता करते देखा और सुना जा सकता है।
वामपंथ का महिला विरोधी चेहरा ।
— ABVP BHU (@abvp_bhu) November 6, 2023
आंदोलन के नाम पर AISA BCM के द्वारा पहले BHU की महिला गार्ड को गला दबा कर मारने का प्रयास किया फिर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की महिला शिक्षक सदस्यों को बंद कर अपशब्द बोले गए एवं बदसलूकी करते हुए धमकी दी गई। @NandiVisit#BHUagainstRedterror pic.twitter.com/cbDTbQINQK
पीड़ित हैं ABVP से, हमलावर वामपंथी
ऑपइंडिया ने इस मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के पदाधिकारी अभय प्रताप सिंह से बात की। अभय ने हमें बताया कि हमलावर छात्रों में कुछ NSUI और तमाम AISA के हैं। छात्रा आकांक्षा भगत सिंह स्टूडेंट्स मोर्चा (BSM) से बताई गई। अभय का दावा है कि इस संगठन पर नक्सलियों से रिश्तों की जाँच ख़ुफ़िया एजेंसियाँ कर रहीं हैं। हमें बताया गया कि अगर मौके पर ABVP से जुड़े लोग चारों पीड़ित छात्रों को बचाने कुछ लोग न पहुँचे होते तो उनकी मॉब लिन्चिग में हत्या हो जाती।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में छेड़छाड़ पीड़िता को न्याय की मांग को लेकर आंदोलनरत विद्यार्थियों पर वामपंथियों द्वारा कायरतापूर्ण हमला करना वामपंथियों की रक्तरंजित विचारधारा और विद्यार्थियों के मन में डर बिठाकर इस आंदोलन को कमजोर करने का षडयंत्र है।
— ABVP (@ABVPVoice) November 5, 2023
आखिर क्या कारण है कि बार-बार…
CAA-NRC हिंसा से भी कनेक्शन
ABVP पदाधिकारी अभय ने हमें बताया कि हमलावरों में प्रमुख चंदा यादव पहले जामिया मिलिया की छात्र थी। वह वामपंथी छात्र संगठन आइसा (AISA) की राष्ट्रीय सचिव हैं। दावा है कि वो CAA-NRC हिंसा के दौरान सरकार के विरोध में और अराजकता फैलाने में काफी सक्रिय रही थी। इन हरकतों के चलते चंदा यादव पर FIR भी दर्ज हुई थी जिसका कोर्ट में ट्रायल भी चलने वाला है। चंदा यादव का CAA-NRC विरोध प्रदर्शनों के दौरान एक फोटो भी सामने आया है जब वो मंच पर हिजाब में दिख रही एक छात्र के बगल खड़ी हो कर डफली बजा रही है।
एक अन्य आरोपित रोशन भी AISA से जुड़ा हुआ है। अभय प्रताप सिंह ने वाराणसी पुलिस पर भी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ABVP के छात्रों की पिटाई के दौरान पुलिस बुलाई गई थी। दावा है कि इस दौरान नामजदों में से कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए थे लेकिन पुलिस ने थोड़ी दूर जा कर उन्हें छोड़ दिया। अब FIR दर्ज होने के बाद ABVP पदाधिकारी ने उम्मीद जताई है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
हालाँकि आकांक्षा और चंदा यादव ने खुद पर लगे हमले के आरोपों से इंकार किया है। उन्होंने उलटे ABVP पर ही हमले का आरोप लगाया है।