Sunday, October 13, 2024
Homeदेश-समाजहथिनी, गाय के बाद अब तेंदुए को मारकर निकाला नाखून और दाँत, लटका कर...

हथिनी, गाय के बाद अब तेंदुए को मारकर निकाला नाखून और दाँत, लटका कर गाँव में घुमाया: असम में 6 गिरफ्तार

असम के कताबरी एरिया में कुछ लोगों ने एक तेंदुए को जाल में फँसाकर उसे इतना मारा कि वो तड़प-तड़पकर मर गया। यह घटना जिस इलाके में घटी, वो रिजर्व फॉरेस्ट के अंतर्गत आता है। मतलब तेंदुए ने कुछ गलत नहीं किया था। वो अपनी सही जगह पर ही था। इंसान ही उसके दायरे में घुसकर...

केरल में गर्भवती हथिनी और हिमाचल प्रदेश में गाय के साथ दिखाई गई हैवानियत की खबर आने के बाद अब असम में एक तेंदुए के साथ दरिंदगी की खबर है। घटना असम के कताबरी एरिया में स्थित रिज़र्व फ़ॉरेस्ट की है। जहाँ कुछ लोगों ने पहले एक तेंदुए को जाल में फँसाकर उसे इतना मारा कि वो तड़प-तड़पकर मर गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना को अंजाम देने वाले लोगों ने तेंदुए को मारने के बाद उसके दाँत निकाल लिए, उसके नाखून निकाल लिए और बाद में उसके शव की पूरे इलाके में परेड भी कराई। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने 6 लोगों को अरेस्ट किया है।

इस वाकये का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देख सकते हैं कि लोग किस तरह से तेंदुए को उलटा लटकाकर पूरे इलाके में घुमा रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में छह लोगों को अरेस्ट किया गया है और बाकियों की तलाश जारी है। संभवत: यह तेंदुआ बहुत कमजोर था और कई दिनों से भूखा भी था। उस तेंदुए की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी है, इसके बाद हत्या की सही वजह सामने आ पाएगी।

अभी तक जो मालूम चला है, वो यह कि तेंदुआ बहुत दिनों से भूखा था। इसलिए मुमकिन है वो इलाके में खाना ढूँढते हुए आया और लोगों ने यह बात न समझ कर उस पर हमला बोल दिया।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, जिला वन अधिकारी राजीब बरुआ बताते हैं कि यह सब गाँव के कुछ लोगों ने किया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लोग तेंदुए के शव को ले रहे हैं और शोर मचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ अवैध शिकार का मामला भी दर्ज कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि वन विभाग अधिकारियों के पास रविवार सुबह 5 बजे कॉल अलर्ट आया था कि एक तेंदुए को पकड़ा गया है। जब अधिकारियों ने वहाँ जाकर देखा तो तेंदुए के पैरों पर एक पतली सी रस्सी बँधी हुई थी और वह किसी के बरामदे में सो रहा था। ऐसे में जैसे ही वन विभाग के लोग उसे बचाने पहुँचे, वो रस्सियों से छूटते ही भाग गया।

बाद में, स्थानीय लोगों ने उसका पीछा किया और 10 बजे वन अधिकारियों को सूचना आई कि तेंदुए को मार दिया गया है। बरुआ के अनुसार, तेंदुए ने किसी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुँचाया था और न ही किसी को तंग किया था।

उल्लेखनीय है कि यह घटना जिस इलाके में घटी वो फटासिल रिजर्व फॉरेस्ट के अंतर्गत आता है, जो कि एक अधिसूचित रिजर्व फॉरेस्ट है। इसलिए अधिकारियों का कहना है कि तेंदुआ ने कुछ गलत नहीं किया था। वो अपनी सही जगह पर ही था। लेकिन स्थानीय लोगों ने बिन कुछ सोचे-समझे उसे मार दिया। बता दें कि रिपोर्ट के अनुसार, असम के जोरहाट, डिब्रुगढ़ और गोलाघाट जिलों में पिछले कुछ दिनों में 4 तेंदुओं को मारने की खबर आई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिसे दिग्विजय सिंह ने कहा ‘शांति का मसीहा’, उसे ‘घटिया-घिनौना-बीमार’ कह रहीं सुप्रिया श्रीनेत: जाकिर नाइक के पुराने फैन रहे हैं कॉन्ग्रेसी

सुप्रिया ने ट्वीट किया, “इतनी घटिया घिनौनी सोच, बीमार असल में यह खुद हैं।” उन्होंने ज़ाकिर नाइक की उस ताजा टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें नाइक ने महिलाओं, खासकर एंकरों को लेकर अपमानजनक बातें कही थीं।

भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक उत्थान के लिए संघर्ष के 100 वर्ष: RSS की इस गौरवमयी यात्रा में संघ ने देश के हर...

RSS की यात्रा केवल संगठनात्मक नहीं है, बल्कि यह एक विचारधारा की यात्रा है, जो समाज के हर वर्ग को एकजुट करे का प्रयास कर रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -