शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी पर सोमवार (28 जून) को लखनऊ में हमला हुआ। उनके काफिले पर पथराव किया गया है जिसमें रिजवी बाल-बाल बच गए। यूपी पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक वसीम रिजवी अपने पुराने घर कश्मीरी मोहल्ले से अपने नए फ्लैट के लिए जा रहे थे। उनके काफिले में दो गाड़ियाँ और भी थीं जो सुरक्षा कारणों से हमेशा उनके काफिले में शामिल रहती हैं। जैसे ही उनका काफिला कश्मीरी मोहल्ले से निकलकर चौकी मंडी इलाके में पहुँचा, कुछ पत्थरबाजों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव शुरू कर दिया।
रिजवी ने बताया कि अचानक शुरू हुए इस पथराव से वो घबरा गए और गाड़ी रोकने की कोशिश भी की लेकिन तब तक पत्थरबाज वहाँ से भाग चुके थे। रिजवी ने बताया कि इसकी शिकायत चौक कोतवाली में दर्ज कराई गई है। इसके बाद पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है और घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जाँच की जा रही है।
थाना चौक पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
— POLICE COMMISSIONERATE LUCKNOW (@lkopolice) June 28, 2021
हालाँकि वसीम रिजवी हमेशा ही इस्लाम में सुधार की बातों को लेकर कट्टरपंथियों के निशाने पर रहते हैं। हाल ही में रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में कुरान से 26 आयतों को हटाने के लिए याचिका दायर की थी। रिजवी के अनुसार कुरान की ये आयतें आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली हैं, जिन्हें बाद में शामिल किया गया। इसके बाद से ही लगातार रिजवी को इस्लामी कट्टरपंथियों से जान से मारने की धमकी मिलती रही है। इसी धमकी के कारण उनकी सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी।
रिजवी ने यह भी दावा किया था कि उन्होंने कुरान के 26 विवादित आयतों को हटा कर नया कुरान-ए-मजीद तैयार किया है। इसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था। वसीम रिजवी ने बताया था कि कुरान की इन 26 आयतों में अत्याचार, धार्मिक उन्माद फैलाने वाली बातों का जिक्र है, इसलिए उन्होंने नई कुरान लिखी और प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिख माँग की है कि पुरानी को बैन करें।
रिजवी की याचिका के बाद से ही कई मुस्लिम मौलानाओं और संगठनों ने रिजवी का विरोध किया। कई मुस्लिम नेताओं ने तो रिजवी का सर काटकर लाने पर ईनाम की घोषणा भी की थी।