Friday, November 8, 2024
Homeदेश-समाजनिकाह के 20 साल बाद मोहम्मद खालिद ने दिया 'तीन तलाक', गर्लफ्रेंड के साथ...

निकाह के 20 साल बाद मोहम्मद खालिद ने दिया ‘तीन तलाक’, गर्लफ्रेंड के साथ रहने लगा: रमजान में बीवी-बच्चों को घर से निकाला

यह घटना इंदौर के सदर बाजार इलाके की है। बुधवार (6 अप्रैल, 2022) को सदर थाने में फरियाद लेकर आई मुस्लिम महिला ने अपने शौहर के खिलाफ 'तीन तलाक' देने का केस दर्ज कराया।

रमजान का महीना चल रहा है, लेकिन इस दौरान भी तीन तलाक जैसी कुप्रथा से जुड़ी ख़बरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर का है, जहाँ 42 साल की मुस्लिम महिला जाहिदा बी को मामूली विवाद के बाद उसके शौहर में तीन बार तलाक-तलाक-तलाक (Triple Talaq) कहकर उससे सारे संबंध खत्म कर दिए। उसे घर से बाहर निकाल दिया। ‘तीन तलाक’ को भारतीय संसद के माध्यम से कानून बना कर प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद इस तरह की घटना सामने आई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना इंदौर के सदर बाजार इलाके की है। बुधवार (6 अप्रैल, 2022) को सदर थाने में फरियाद लेकर आई मुस्लिम महिला ने अपने शौहर के खिलाफ ‘तीन तलाक’ देने का केस दर्ज कराया। हालाँकि, उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पीड़िता जाहिदा बी के मुताबिक, 20 साल पहले मोहम्मद खालिद नाम के शख्स से उसका निकाह हुआ था। उसके दो बेटे भी हैं। बड़ा 18 साल का तो छोटा 15 साल का है।

प्रेमिका के बारे में पूछा तो तलाक दिया

जाहिदा का आरोप है कि एक दिन उसे अपने शौहर के दूसरी औरत के साथ प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला। इसकी जानकारी लगते ही जब उसने उससे इस बाबत पूछताछ की तो इसको लेकर दोनों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। इस बीच बुधवार को पीड़िता का शौहर मोहम्मद खालिद अपने घर आया और दरवाजे से ही उसे तीन बार तलाक बोल कर खुद अपनी प्रेमिका के पास चला गया। उसने जाहिदा को भी उसके बच्चों समेत घर से बाहर कर दिया।

जब जाहिदा ने इसकी जानकारी अपने मायके वालों को दी तो उन्होंने उसे समझाने की कोशिशें की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जाहिदा बजरिया की रहने वाली है। इसके बाद उसने पुलिस में शौहर के ही खिलाफ केस दर्ज करा दिया। इस मामले में पुलिस अधिकारी सुनील श्रीवास्तव ने कहा कि महिला के शौहर ने उससे कहा कि वो उसे पसंद नहीं है औऱ इसी बात को लेकर विवाद हुआ था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

रवीश जी मुरझा नहीं गया है मिडिल क्लास, पर आपका जो सूजा है उसका दर्द खूब पहचानता है मिडिल क्लास: अब आपके कूथने से...

रवीश कुमार के हिसाब से देश में हो रही हर समस्या के लिए हिंदू इसलिए जिम्मेदार है क्योंकि वो खुद को हिंदू मानता है।

अब ‘डिग्री’ वाले मौलवी नहीं होंगे पैदा, पर बच्चों को आधुनिक शिक्षा से दूर रखना कितना जायज: क्या मदरसा एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के...

अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा से संबंधित फाजिल और कामिल पर मदरसा अधिनियम के प्रावधान असंवैधानिक हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -