मध्य प्रदेश में रेप के आरोप में गिरफ्तार वैराज्ञानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा को जिला कोर्ट ने 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भोपाल सेंट्रल जेल भेजा है। पुलिस उसके ठिकानों की जाँच कर रही है। पुलिस ने खुलासा किया है कि मिर्ची बाबा ने भोपाल की एक कॉलोनी में अय्याशी का अड्डा बना रखा था। बाबा के पास से एक मोबाइल फोन भी मिला है। इसमें उसने अश्लील वीडियो और लड़कियों के फोन नंबर सेव किए हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिनाल रेसीडेंसी का ए-53 डुप्लेक्स भोपाल में बाबा का ठिकाना था। उसने यह मकान किराए पर लिया हुआ था। घर पर त्रिपाठी रावत, अंसुल रावत के नाम की नेम प्लेट लगी हुई है। बताया जा रहा है कि बाबा ने इस मकान पर कब्जा कर लिया था। उसने काफी समय से इसका किराया भी नहीं दिया। गिरफ्तारी के डर से मिर्ची बाबा ग्वालियर भाग गया था। पुलिस जब उसके घर पहुँची तो वहाँ ताला लगा हुआ था और बाहर उसका सामान बिखरा हुआ था।
भोपाल के गोविंदपुरा थाने में 17 जुलाई 2022 को रायसेन की एक महिला ने मिर्ची बाबा पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जानकारी के मुताबिक, बाबा की हरकतों से आस-पास रहने वाले लोग भी काफी परेशान थे, लेकिन ऊपर तक उसकी पहुँच होने के चलते उसके आगे किसी की भी नहीं चलती थी। बाबा और उसके स्टाफ के अजीब व्यवहार की वजह से घर पर कोई भी महिला कर्मचारी काम नहीं करना चाहती थी। पहली मंजिल के कमरों को छोड़कर बाबा के पूरे घर और घर के बाहरी हिस्से के हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। बता दें कि मिर्ची बाबा के गिरफ्तार होने के बाद उसके स्टाफ भी घर छोड़कर फरार हो गए हैं। उसके स्टाफ में एक महिला, एक पुरुष सहित चार लोग हैं। सभी बाबा के साथ इसी घर में रहते थे।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि उसकी शादी को चार साल हो चुके हैं, लेकिन कोई संतान नहीं हैं। संतान प्राप्ति की चाह में वह मिर्ची बाबा के पास पूजा-पाठ के लिए गई थी, लेकिन बाबा ने संतान होने का दावा कर उसे इलाज के नाम पर नशे की गोलियाँ खिलाकर उसके साथ बलात्कार किया। विरोध करने पर बाबा ने कहा कि बच्चा ऐसे ही होता है। पीड़िता के बयान के बाद कथित बाबा पर धारा 376, 506 और 342 के तहत एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वैराज्ञानंद को नागा साधु का दर्जा हासिल है, वह कॉन्ग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह का बेहद करीबी माना जाता है। उसे कमलनाथ सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा भी मिल था।