बिहार के छपरा में पंचायत की पहल के बाद हिंदू लड़का और मुस्लिम लड़की शादी के बंधन में बंध गए हैं। दोनों काफी समय से प्रेम में थे। लेकिन मजहब के नाम पर उनके घर वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। दोनों के परिवार इसको लेकर आपस में उलझ चुके थे। गाँव में तनाव का माहौल हो गया था। आख़िरकार पंचायत ने दोनों परिवारों को साथ बिठा कर शादी करवाने का फैसला सुनाया। दोनों परिवार फैसले से सहमत बताए जा रहे हैं। शादी सोमवार (20 मार्च 2023) को हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला छपरा के गड़खा बाजार क्षेत्र का है। यहाँ के रहने वाले साबिर अली शाह की बेटी निशा उसी क्षेत्र की चंदा देवी के बेटे राजा बाबू से प्यार करती थी। दोनों काफी दिनों तक छिप कर एक-दूसरे से मिलते रहे। जब इस मामले की जानकारी दोनों परिवारों को हुई तो उन्होंने नाराजगी जताई। मजहब अलग-अलग होने के चलते दोनों ही परिवारों ने इस रिश्ते का विरोध किया। इन बंदिशों से परेशान राजा बाबू और निशा घर से भागने की फिराक में थे।
बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले मौक़ा पाकर राजा बाबू और निशा एक साथ घर छोड़ कर कहीं चले गए। इस बात को लेकर लड़की और लड़के के घर वालों में झगड़ा भी हुआ। गाँव में तनाव फ़ैल गया जो महीनों तक बना रहा। कुछ दिनों बाद हालात सामान्य होने पर गाँव के पंचों ने दोनों ही परिवारों से बात शुरू की। गाँव में पंचायत बुलाई गई, जिसमें राजा बाबू और निशा का परिवार मौजूद था। पंचायत ने लड़की और लड़के से उनकी राय जानी। दोनों ने एक साथ रहने की बात कही।
प्रेमी युगल की सहमति को देख पंचायत ने दोनों के एक साथ रहने का फैसला सुनाया। लड़की के अब्बा साबिर अली और लड़के की माँ चंदा देवी ने भी आखिरकार पंचायत में इस रिश्ते पर सहमति जता दी। दोनों पक्षों की हामी के बाद राजा बाबू और निशा को गाँव वालों की ही मौजूदगी में गड़खा बाजार के मंदिर में ले जाया गया। यहाँ हिन्दू विधि-विधान से विवाह कराया गया।