भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा एक बार फिर से चर्चा में है। वजह है हिंदू संगठनों द्वारा 6 दिसंबर को मथुरा स्थित शादी ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक का एलान। इस ऐलान को देखते हुए प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शहर में धारा-144 लगा दी गई है और 4 अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये एफआईआर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के मामले में गोविंदनगर और कोतवाली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद की ओर जाने वाले मार्गों के लिए स्पेशल ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। मस्जिद की ओर जाने वाले प्रवेश मार्गों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मथुरा के सीओ सिटी को दी गई है। सीओ अभिषेक तिवारी का कहना है कि असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए हर तरह से सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। मथुरा के हर मुख्य प्वाइंट्स पर फोर्सेज तैनात हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “6 दिसंबर को देखते हुए पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। इसके लिए पूरे शहर को 4 सुपर जोन, 4 जोन और 8 सेक्टर में बाँटा गया है। करीब 143 प्वाइंट्स पर पिकेट ड्यूटी डिप्लॉय की गई है। शहर में पैरा मिलिट्री, रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ), पीएसी की कंपनियाँ तैनात की गई हैं। इसके अलावा, ड्रोन कैमरे और जहाँ सीसीटीवी कैमरे नहीं थे वहाँ अस्थायी कैमरे लगवाकर निगरानी की जा रही है।”
गौरतलब है कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास, नारायणी सेना और श्रीकृष्ण मुक्ति दल समेत चार हिंदूवादी संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद में 6 दिसंबर को जलाभिषेक करने का एलान किया है, जिसके के कारण इस तरह की सुरक्षा व्यवस्थाएँ की गई है। वहीं, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने प्रशासन से मस्जिद परिसर में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने की इजाजत माँगी है। हालाँकि, प्रशासन ने इन संगठनों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
इससे पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा की तैयारी है। ट्विटर पर उन्होंने इसके साथ ही ‘जय श्रीराम’, ‘जय शिव शम्भू’ और ‘जय श्री राधे-कृष्ण’ का टैग भी लगाया था।