झारखंड में अवैध खनन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शिप को जब्त किया है। यह शिप राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के आदेश पर इस्तेमाल किया जा रहा था।
बता दें कि अवैध खनन के मामले में ED ने पंकज मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार (26 जुलाई 2022) को जिस शिप को पकड़ी गई है, उसका नाम MV Infralink- III है। इस शिप पश्चिम बंगाल में पंजीकृत है और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर WB 1809 है। इसकी कीमत 30 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इस मामले में झारखंड पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एक शिप के मालिक के खिलाफ दर्ज किया गया है और दूसरा मामला खनन से जुड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस शिप का इस्तेमाल अवैध खनन को अवैध तरीके से झारखंड से बाहर ले जाने के लिए किया जाता था।
पश्चिम बंगाल में रजिस्टर्ड होने के कारण इस शिप को झारखंड में चलाने की इजाजत नहीं है, लेकिन पंकज मिश्रा के कहने पर इसे अवैध रूप से राज्य में चलाया जा रहा था। इस जहाज को पंकज मिश्रा के करीबी राजेश यादव उर्फ दाहू यादव के आदमी अवैध खनन को ट्रांसपोर्ट करने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे।
हेमंत सोरेन प्रतिनिधि पंकज मिश्रा गिरफ्तार
हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ED ने 19 जुलाई को ही गिरफ्तार कर लिया था। मिश्रा 1 अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं। गिरफ्तारी से पहले ED ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के खातों की जाँच की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में एजेंसी ने 8 जुलाई को झारखंड में 21 जगहों पर छापेमारी कर 50 बैंक खातों की जाँच की जाँच की थी। इन खातों से लगभग 13 करोड़ रुपए और 5.34 करोड़ नकद जब्त किए थे। इसके बाद ही मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पंकज मिश्रा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बेहद खास हैं और उनके विधानसभा क्षेत्र में विधायक प्रतिनिधि हैं। इतना ही नहीं, मिश्रा सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की केंद्रीय कमिटी के सदस्य भी हैं।
क्रशर और ट्रक हो चुका है जब्त
दरअसल, ED अवैध खनन मामले को लेकर जाँच कर रही थी। एजेंसी ने साहेबगंज के मौजा सिमारिया इलाके और डेंबा इलाके में अवैध माइनिंग का पता लगाया था। इस अवैध खनन को बिष्णु यादव और उसके आदमी कर रहे थे।
इससे पहले ED ने अवैध खनन में शामिल दो स्टोन क्रशर को जब्त किया था। ये दोनों स्टोन क्रशर माँ अंबा स्टोन वर्क्स के मालिक विष्णु यादव और पवित्र यादव के हैं। इसके अलावा, बिना माइनिंग चालान के अवैध खनन में शामिल तीन HYVA ट्रक को भी जब्त किया गया था।