आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब राजमुंद्री के विघ्नेश्वर मंदिर में भगवान सुब्रमण्येश्वर स्वामी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। शुक्रवार (जनवरी 1, 2021) को प्रतिमा क्षतिग्रस्त मिला था। इस मामले में केस रजिस्टर कर के पुलिस दोषियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि नए साल की रात (दिसंबर 31- जनवरी 1) में इस घटना को अंजाम दिया गया।
भाजपा ने इस घटना को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि राज्य में इस तरह की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री जगह मोहन रेड्डी की निष्क्रियता दिखाती है कि उनका दोषियों को पूर्ण समर्थन है। वहीं ‘जन सेना’ के मुखिया और तेलुगु अभिनेता पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश में पिछले 1.5 वर्षों से चल रही मंदिरों पर हमले, प्रतिमाओं-रथों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार से माँग की है कि जाँच बिठाई जाए।
उन्होंने इन मामलों की CBI जाँच की माँग की। पूर्व मुख्यमंत्री और TDP अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के आँकड़ों के अनुसार, 19 महीने में आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले की 120 घटनाएँ हुई हैं और हाल ही में पीठपुरम में 6 प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया गया। बता दें कि राजमुंद्री का श्रीराम नगर ईस्ट गोदावरी जिले में पड़ता है। राजमुंद्री को आंध्र की सांस्कृतिक राजधानी भी कहते हैं, लेकिन लोगों का दावा है कि यहाँ ईसाई मिशनरियों का बोलबाला है।
इसके अलावा वंतालमामिडी के पड़ेरु घाट पर स्थानीय लोगों की इष्ट देवी कोमलम्मा की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की गई। ये मंदिर विज़ाग एजेंसी में स्थित मोडकोंदम्मा पडालू मंदिर के सामने स्थित है। उधर राजमुंद्री III टाउन के इंस्पेक्टर के दुर्गा प्रसाद ने बताया कि कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने लोहे की रॉड का इस्तेमाल कर के भगवान सुब्रमण्येश्वर की प्रतिमा तोड़ी। टूटे हाथ मंदिर में ही गिरे मिले। ये लुटेरों की करतूत नहीं है, क्योंकि मंदिर में से एक भी कीमती सामान गायब नहीं है।
इस मंदिर को 2002 में निर्मित किया गया था और इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पुजारी मुरली जब सुबह पूजा करने गए, तब उन्होंने देखा कि भगवान सुब्रमण्येश्वर की मूर्ति क्षतिग्रस्त है और उनके हाथ गायब हैं। पुलिस का कहना है कि उसने स्थानीय CCTV कैमरों की फुटेज के निरीक्षण के बाद दोषियों की गिरफ़्तारी के लिए स्पेशल टीम बनाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नए साल का जश्न मनाने वालों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
Yesterday night a skanda vigraha was damaged most likely by Xtians in Rajamahendri, Andhra. East godAvari district is famous for massive conversions. https://t.co/cf8wY1pAqB pic.twitter.com/zmSCN2c4ka
— vAhana (@goghritaM) January 1, 2021
चंद्रबाबू नायडू ने अपने बयान में कहा, “जगन सरकार में भगवान तक सुरक्षित नहीं हैं। YSRCP सरकार जनता को सफाई दे। बेजवाड़ा कनक दुर्गा मंदिर में रथ के 3 शेरों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया गया था। अमरावती मंदिर में रथ में आग लगा दी गई। कहीं भी दोषियों की गिरफ़्तारी नहीं हुई। सरकार ने समय पर कार्रवाई की होती तो अगली घटनाएँ होती ही नहीं।” सत्ताधारी पार्टी ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस घटना से 2 दिन पहले ही विजयनगरम जिले के नेल्लीमरला मंडल में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर में अज्ञात उपद्रवियों ने भगवान राम की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था। मूर्ति रामतीर्थम गाँव के पास पहाड़ी की चोटी पर स्थित बोडिकोंडा कोदंडाराम मंदिर में विराजमान थी। उपद्रवी ताला तोड़ मंदिर के गर्भगृह में घुसे और और स्वामी कोदंडारामुडु का सिर काटकर अलग कर दिया। मुख्य मंदिर पहाड़ी की तलहटी में है।