यूपी के मेरठ से लापता हुई किशोरी को पुलिस ने ढूँढ लिया है। किशोरी दिल्ली के शाहीन बाग से बरामद की गई। यह इलाका आजकल सीएए के खिलाफ विरोध और अपने कट्टरपंथी एजेंडे को लेकर चर्चा में है। पुलिस ने आरोपित शहजाद को भी गिरफ्तार कर लिया है। उस पर किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप है। यह भी कहा जा रहा है कि वह किशोरी का धर्म परिवर्तन कराना चाहता था। लेकिन उससे पहले ही यूपी पुलिस ने उसे दबोच लिया।
किशोरी मेरठ के परतापुर के सोरखा गाँव की रहने वाली है। कुछ दिनों पहले ही उसकी मुलाकात शहजाद से हुई थी और फिर 25 जनवरी को वह गायब हो गई। किशोरी के परिजनों ने आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। किशोरी के परिजनों ने शिकायत में आरोप लगाया कि शहजाद उसे अगवा कर जबरन उसका धर्म परिवर्तन करना चाहता है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपहृत किशोरी को मंगलवार (जनवरी 28, 2020) को दिल्ली के शाहीन बाग से बरामद किया। किशोरी से पूछताछ के बाद आरोपित शहजाद को गिरफ्तार किया।
इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों के लोगों ने भी विरोध जताया है। परतारपुर के इंस्पेक्टर आनंद कुमार मिश्रा के हवाले से दैनिक जागरण की रिपोर्ट में बताया गया है कि शहजाद ने शनिवार को फोन कर किशोरी से संपर्क किया और उसे झॉंसे में लेकर दिल्ली चला गया। देर रात किशोरी के घर न लौटने पर परिजनों ने थाने में शिकायत की थी। एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह का कहना है कि युवक से पूछताछ की जा रही है जबकि किशोरी के बयान दर्ज किए गए हैं। सीओ ब्रह्मपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी का कहना है कि यह मामला अपहरण का है या नहीं, इसकी जाँच की जा रही है।
गौरतलब है कि बीते साल मेरठ की एक हिंदू युवती के इसी तरह झॉंसे में आकर दुबई चली जाने की खबर सामने आई थी। मेरठ के कंकड़खेड़ा के एक व्यापारी की बेटी पाकिस्तानी युवक नदीम ख़ान के चंगुल में फँस कर दुबई भागी थी। हालॉंकि करीब एक महीने बाद दिसंबर में वह घर लौट आई थी। 8 नवंबर को घर से कुछेक हज़ार रुपए लेकर निकली युवती ने बताया था, “मुझे नौकरी का झाँसा देकर पाकिस्तानी युवक नदीम इक़बाल ने बुलाया था, लेकिन वो मुझे दुबई में नहीं मिला। भारतीय दूतावास और केरल की एक फैमिली की मदद से मैं अपने घर लौट सकी हूँ।”