बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए अब यूपी पुलिस ने उसकी गैंग के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। गाजीपुर की करीमुद्दीन पुलिस ने नन्हे खां के ख़िलाफ़ यह कार्रवाई की। थाने के प्रभारी निरीक्षक रामनिवास का कहना है कि मुख्तार अंसारी गैंग के बेहद करीबी महेंद गाँव निवासी मेहरुद्दीन खां उर्फ नन्हे प्रधान के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की गई।
पुलिस के मुताबिक, उनको जानकारी मिली थी कि नन्हे गाँव में ही रह रहा है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार (जून 18, 2021) को उसके गाँव में दबिश दी और उसको गिरफ्तार कर लिया। एसओ ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। संबंधित धाराओं में उसका चालान कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि नन्हे ने मंगई नदी पर कई करोड़ रुपए की सरकारी जमीन कब्जा किया हुआ था। वह वहाँ मछली पालन के उद्देश्य से अवैध पुल का निर्माण करवा चुका था। इस निर्माण को पुलिस प्रशासन ने ध्वस्त करके उसके ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस के अनुसार नन्हे खां द्वारा अवैध रूप से मंगई नदी से बनाए गए अवैध पुल ध्वस्त करते हुए दो मंडा जमीन, एक बोलेरो को सीज करते हुए 53 लाख रुपए की संपत्ति को जब्त किया गया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध लगातार योगी सरकार कार्रवाई कर रही है। लेकिन जहाँ कुछ गड़बड़ होती है वहाँ वह अधिकारियों पर भी सख्ती बरत रही है। 14 मई को उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में गैंगवार में खूँखार गैंगस्टर मुकीम काला और मेराजुद्दीन समेत 3 कैदी मारे गए थे। इन दोनों को शार्पशूटर अंशू दीक्षित द्वारा गोली मारी गई, जिसे बाद में पुलिस ने मार गिराया। घटना पर संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने जाँच का आदेश दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक शूटआउट के समय चित्रकूट जेल के तीन सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने जेल अधीक्षक एस पी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल को सस्पेंड कर दिया। साथ ही तीन अन्य जेल कर्मचारी संजय खरे, हरिशंकर राम और अमित कुमार को भी सस्पेंड किया गया।