Friday, November 15, 2024
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मुंबई का मालवणी, रहते थे 100 हिंदू परिवार, बचे 8-10: घर कब्जा रहे मुस्लिम गुर्गों को मंत्री असलम शेख का संरक्षण होने का दावा

स्थानीय लोगों के अनुसार, हिंदू परिवारों पर दबाव बनाने वाले गुंडों को स्थानीय कॉन्ग्रेस नेता व महा विकास आघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री असलम शेख का संरक्षण प्राप्त है। एक पीड़ित का दावा है कि समुदाय विशेष के लोग हिंदुओं की जमीन पर कब्जा करते हैं और बाद में दरगाह व मदरसों का निर्माण कर दिया जाता है।

90 के दशक में जो जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी पंडितों और हाल में कैराना के हिंदुओं के साथ हुआ, वही अब मुंबई के मलाड (Malad) में भी शुरू हो गया है। मलाड के मालवानी/मालवणी (Malvani) में बहुसंख्यक आबादी (मुस्लिम आबादी) अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (sc/st) समेत सभी हिंदुओं को इलाका छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

मालवणी के मुस्लिम बहुल इलाके में हिंदुओं को लगातार डराया-धमकाया जा रहा है कि वो अपनी घर-जमीन छोड़कर वहाँ से पलायन कर जाएँ। एक समय में इस इलाके में 100 से ज्यादा हिंदू परिवार रहा करते थे। मगर अब हिंदू परिवारों की संख्या सिर्फ़ 8 से 10 रह गई है और वह भी बहुसंख्यक आबादी के बीच से निकल कर भागना चाहते हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, हिंदू परिवारों पर दबाव बनाने वाले (मुस्लिम) गुंडों को स्थानीय कॉन्ग्रेस नेता व महा विकास आघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री असलम शेख का संरक्षण प्राप्त है। एक पीड़ित का दावा है कि कॉन्ग्रेस नेता की आड़ में समुदाय विशेष के लोग हिंदुओं की जमीन पर कब्जा करते हैं और बाद में दरगाह व मदरसों का निर्माण कर दिया जाता है।

मालवणी में पीड़ित के घर की छत का हाल

पीड़ित के अनुसार पुलिस भी इन गुंडों के ख़िलाफ़ कई एफआईआर होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करती है, जबकि ये गुंडे सिर्फ़ जमीन नहीं कब्जाते बल्कि साथ में ड्रग तस्करी, अनधिकृत निर्माण और कई अवैध काम करते हैं।

मुंबई के भाजपा अध्यक्ष प्रभात लोढ़ा पहुँचे मालवानी

हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के इस मामले पर मुंबई में बीजेपी अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने संज्ञान लिया है। उन्होंने क्षेत्र में पहुँच कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने मालवणी में हिंदुओं की स्थिति को कश्मीरी पंडितों से जोड़ा। साथ ही स्थानीय प्रशासन से अपील की कि वह बिन भेदभाव के दलितों के साथ हो रही नाइंसाफी के लिए आरोपितों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें और पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान करें।

मुस्लिम गुर्गों स्थानीय नेता असलम शेख का समर्थन: बीजेपी मंडल अध्यक्ष सुनील कोली

लोढ़ा के मालवणी दौरे के बाद ऑपइंडिया ने बीजेपी मंडल अध्यक्ष सुनील कोली से संपर्क किया। कोली ने बातचीत के दौरान इलाके में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का घिनौना चेहरा उजागर किया। कोली ने कहा वह (मुस्लिम) गुंडे जो दलितों को धमकाते हैं, उन्हें क्षेत्र से जाने को मजबूर करते हैं, उन्हें स्थानीय नेता असलम शेख का संरक्षण प्राप्त है।

वह कहते हैं, “वो मुस्लिम गुंडे जो लोगों को घर खाली कराने के लिए धमकाते हैं और जमीन छोड़ने का दबाव बनाते घूमते हैं, उन सबको असलम शेख का संरक्षण प्राप्त है। उनकी तस्वीरें पूरे इलाके में बड़े-बड़े होर्डिंगों में शेख की तस्वीर के नीचे लगी दिखाई देती है। वह सिर्फ़ अपने मुस्लिम वोट बैंक को मजबूत करने के लिए दूसरों को जगह छोड़ने के लिए मजबूर करते हैं।”

उन्होंने कहा कि एक समय में यहाँ 100 से ज्यादा हिंदू रहते थे। अब सिर्फ़ मुश्किल से 8-10 परिवार बचे हैं। कई इन गुंडों के डर से भाग गए। वह बताते हैं कि इलाके में दलित परिवारों के साथ भी वही सब होता है जो सामान्य हिंदू परिवारों के साथ हुआ। उन्हें धमकी दी जाती है, पलायन को मजबूर किया जाता है, बिलकुल हिंदू परिवारों की तरह। 

बीजेपी मुंबई अध्यक्ष पहुँचे मालवणी

महाराष्ट्र सरकार की जमीन पर बने हैं अवैध मदरसा: सुनील कोली

कोली बताते हैं, “मुस्लिम गुंडों ने भाजी मार्केट के पीछे चॉल नंबर 7 में अवैध रूप से हिंदुओं के घरों पर कब्जा किया है। वह अब दलितों को सता रहे हैं कि वह भी जगह खाली कर दें। उनके घरों पर हमला हो रहा है। उनकी औरतों को प्रताड़ित किया जाता है।” सुनील कोली जानकारी देते हैं कि मालवणी में अनधिकृत मदरसों और दरगाहों की संख्या में वृद्धि हुई है। और नए मदरसे व दरगाह महाराष्ट्र सरकार के स्वामित्व वाली भूमि पर बनाए गए हैं।

एक सबसे अहम बिंदु जो गौर करने वाला है वो यह कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के अंतर्गत आने वाली चॉलों में कई अनियंत्रित मदरसों और दरगाहों का अचानक उदय हुआ है। छेदा कॉन्प्लेक्स की चॉल नंबर 5  में एक मदरसा और एक दरगाह है। कोली ने इस संबंध में आगे जानकारी देते हुए कहा कि पूरे मामले का संज्ञान भाजपा ने ले लिया है और उन लोगों की ओर से  पुलिस अधिकारियों को अल्टीमेटम दे दिया गया है कि इस संबंध में 15 जनवरी तक रिपोर्ट दी जाए। वह कहते हैं कि अगर पुलिस पीड़ितों को उनके अधिकार दिलाने में असमर्थ रहती है तो पार्टी रोड पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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