मुंबई पुलिस अधिकारियों ने पिछले शुक्रवार को एक 24 वर्षीय सीरियल मॉलेस्टर को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में दबोचा, जो पिछले फरवरी से ही फरार था। अभियुक्त मोहम्मद बादशाह मोहम्मद सलीम शेख को 2018 में एंटॉप हिल और डीएन नगर पुलिस स्टेशनों में दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण और यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालाँकि, वह सत्र अदालत परिसर से भाग निकला, जब उसे फरवरी 02, 2019 को पेश किया जा रहा था।
समाचार पत्र ‘इन्डियन एक्सप्रेस’ की एक खबर के अनुसार, कोलाबा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, “हम तभी से उनकी तलाश में थे। हम जानते थे कि वह हुगली के बोन्ची क्षेत्र में अपने इलाके भाग गया होगा। लेकिन जब भी हम उसे गिरफ्तार करने के लिए वहाँ जाते, ग्रामीण उसे बता देते और वह बच जाता और हमारे जाते ही वापस लौट आता।”
दिसंबर के पहले सप्ताह ही पुलिस को सूचना दी गई थी कि शेख अपने मूल इलाके पर लौट आया है और अपने रिश्तेदार के साथ रह रहा है। एक टीम को वहाँ भेजा गया, लेकिन हर बार की तरह शेख बच निकला।
बाद में पुलिस को पता चला कि सलीम शेख के बांग्लादेश की सीमा पार करने की संभावना है, टीम ने उसके रिश्तेदारों से सम्पर्क करने के बजाए, एक ऐसे व्यक्ति से संपर्क साधा जिसके साथ आरोपित का एक बार झगड़ा हुआ था।
एक अधिकारी के अनुसार, “एक स्थानीय निवासी था, जिसका बादशाह शेख के साथ झगड़ा हुआ था और वह आरोपित के निवास से बस 20 फीट की दूरी पर रहता था। उन्होंने हमारे एक कॉन्सटेबल को अपने घर में रहने की अनुमति दी।”
उन्होंने बताया कि पुलिस की वर्दी से उन्हें पहले ही संकेत मिल जाता था कि हम शहर से आ रहे हैं। इसीलिए तीन पुलिसकर्मी, जो शेख को गिरफ्तार करने गए थे, ने लुंगी, मफलर, टोपी और चेक वाली कमीजें पहनी। एक पुलिसकर्मी स्थानीय निवासी के रिश्तेदार के रूप में उसके पड़ोस में रहने लगा।”
गत शुक्रवार (दिसंबर11, 2020) को जैसे ही शेख अपने रिश्तेदार के घर पहुँचा, पुलिसकर्मी निकुम ने, सब-इंस्पेक्टर सचिन मंडोले और डी भोसले के साथ, स्थानीय पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसे मुंबई ले जाया गया और अब वह तलोजा सेंट्रल जेल में बंद है।