चुनाव भी पास है और रमजान भी। ऐसे में तुष्टिकरण की राजनीति ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। लोकसभा चुनावों को देखते हुए बिहार की नीतीश कुमार की सरकार ने रमजान के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों को एक घंटे पहले दफ्तर आकर तय समय से एक घंटे पहले घर जाने की छूट दी है। यह छूट हर साल जारी रहेगी।
राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार (17 मार्च 2023) को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सरकार का यह आदेश हर साल रमजान के महीने में स्थायी तौर पर लागू रहेगा। इस आदेश को बिहार सरकार के प्रधान सचिव की ओर से सभी विभागों, उनके अध्यक्षों, डीजीपी, जिले के अधिकारियों और अन्य अहम अधिकारियों को भेजा गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि जहाँ बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम है, वहाँ भी इस आदेश के हिसाब से हाजिरी लगेगी।
Bihar government has granted permission to Muslim employees and officials to come to the office one hour before the scheduled time and leave the office one hour before the scheduled time during the month of Ramzan: State General Administration Department pic.twitter.com/7oEL46fRhH
— ANI (@ANI) March 18, 2023
सरकार के इस निर्णय को सत्ताधारी पार्टी JDU और RJD ने धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करने वाला बताया। वहीं, विपक्षी दल भाजपा ने तंज कसा है। सरकार के इस फैसले पर भाजपा ने कहा कि नीतीश कुमार ने नवरात्रि के दौरान हिंदुओं के लिए ऐसा कोई सुविधा नहीं दी गई। भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार को चैत्र नवरात्रि और रामनवमी के त्योहार पर हिंदू कर्मचारियों के लिए भी इसी तरह का सर्कुलर जारी करना चाहिए।
उधर, नीतीश सरकार के फैसले का RJD ने स्वागत किया है। राजद नेता एजाज अहमद ने कहा कि यह देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को मजबूत करने में मददगार साबित होगा। इस कदम से देश की गंगा-जमुनी तहजीब और मजबूत होगी। वहीं, जदयू ने कहा कि सरकार के इस फैसले से काम भी प्रभावित नहीं होगा।