देश में ‘लव जिहाद’ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हालाँकि ‘लिबरल्स’ इसके अस्तित्व को नकार रहे हैं। इसका ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कासगंज से सामने आया है। कासगंज पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। इस पर आरोप है कि इसने हिंदू बनकर नाबालिग हिंदू लड़की को फँसाया और फिर इस्लाम में परिवर्तित करवाया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कासगंज के अमनपुर मोहल्ले में 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षीय लड़की का एक मुस्लिम ने अपहरण कर लिया, जिसके बाद लड़की के परिजनों ने उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। मुस्लिम व्यक्ति ने लड़की को हिंदू लड़का राजू बन कर बरगलाया और फिर स्कूल जाते समय उसका अपहरण कर लिया।
बाद में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें उसने बुर्का पहना था। इसमें नाबालिग को साथ वह मुस्लिम व्यक्ति (राजू) भी था। वीडियो में वह मुस्लिम व्यक्ति से प्यार कबूल करती दिखाई देती है। वायरल हुए वीडियो में 15 वर्षीय लड़की कहती दिख रही है कि वह पिछले 7 सालों से ‘राजू’ के साथ रिश्ते में थी और उन्होंने एक-दूसरे पर भरोसा किया। उसने कैमरे के ऊपर वाले व्यक्ति की ओर देखते हुए कहा, “वो (राजू) मुझे मेरे माता-पिता से ज्यादा प्यार करता है। हम शादी करना चाहते हैं। मुझे उससे शादी करने में कोई दिक्कत नहीं है।” लड़की के बोलने से ऐसा लग रहा था जैसे कि उसे ऐसा कहने का निर्देश दिया जा रहा हो।
इसके बाद कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने आधिकारिक शिकायत दर्ज कर तुरंत मुस्लिम युवक की तलाश में कई टीमें गठित कर उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने का आदेश दिया। इसके परिणामस्वरूप 24 घंटे के भीतर मुस्लिम और नाबालिग किशोरी को बरामद कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक अमनपुर में परिवार के सदस्यों और हिंदू युवा वाहिनी संगठन ने हिंदू लड़कियों को बरगलाने, धोखा देने और फिर उनका शोषण करने वाले मुस्लिमों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।
कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि नाबालिग लड़की के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और मुस्लिम व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा, “उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।”
इस बीच, हिंदू युवा वाहिनी संगठन के मनोज सोलंकी ने कहा कि ये ‘लव जिहाद’ का मामला गंभीर है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “नाम बदलकर, तथाकथित शांतिदूत हिंदुओं की बेटियों फँसाते हैं और फिर उनका शोषण करते हैं। कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता। आखिरी मामला अल्ताफ का था। कितने संगठन लड़की के लिए खड़े हुए थे? सहानुभूति अल्ताफ के लिए थी लेकिन कोई भी बच्ची के लिए खड़ा नहीं हुआ।”
पिछले महीने कासगंज में अल्ताफ नाम के मुस्लिम शख्स ने 22 साल की हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया था। लड़की के परिवार की शिकायत पर उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था और उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 363 और 366 के तहत आरोप लगाया गया था। अल्ताफ 9 नवंबर को पुलिस स्टेशन में मृत पाया गया था। पुलिस ने दावा किया कि उसने अपने जैकेट के हुड से एक शौचालय में पानी के पाइप का उपयोग करके खुद को फाँसी लगा ली थी।