तमिलनाडु के तिरुपुर में एक अवैध मस्जिद सील किए जाने के बाद मुस्लिम भीड़ ने सड़क जाम कर के पूरे शहर को रोक दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे हाइवे पर ही चादर बिछा कर महिला-पुरुष नमाज पढ़ रहे हैं। इस दौरान घंटों ट्रैफिक जाम लगा रहा। राजस्व विभाग ने 15 वेलमपलायम के महालक्ष्मी नगर स्थित एक अवैध रूप से बनी मस्जिद को सील करने का प्रयास किया था, जिसके बाद इस तरह की हरकतें की गईं।
गुरुवार (30 जून, 2022) को निकली मुस्लिम भीड़ ने पूरे जिले भर में ऐसा विरोध प्रदर्शन किया कि यातायात एकदम से ठप्प रहा। इस मस्जिद को पिछले एक दशक से संचालित किया जा रहा था, वो भी बिना अनुमति के। कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि 1600 स्क्वायर फ़ीट में स्थित इस मस्जिद 2011 में गंजी की कंपनी चलाने के लिए इस जमीन पर अनुमति प्राप्त की थी। इसके बाद मुस्लिमों के एक समूह ने इसे खरीद लिया और इसे मस्जिद में तब्दील कर दिया।
इस मामले में ‘रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन’ ने मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उसमें इसे एक अवैध इमारत बताया गया था। हाईकोर्ट ने 2016 में रेवेन्यू डिपार्टमेंट को इसे सील करने का आदेश दिया। हालाँकि, एसोसिएशन ऐसा करने में नाकाम रहा। फिर एसोसिएशन ने इसे अदालत की अवमानना बताते हुए शिकायत दायर की। तत्पश्चात हाईकोर्ट ने इसे सील करने के लिए 30 जून, 2022 तक की समयावधि निर्धारित की।
गुरुवार की सुबह जब राजस्व विभाग के अधिकारी, कॉर्पोरेशन के अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर पहुँची और सील करने की कार्रवाई शुरू की, तभी 300 की मुस्लिम भीड़ ने तिरुपुर कॉर्पोरेशन के दफ्तर के सामने वाली सड़क को जाम कर दिया। कई घंटों के जाम के बाद नगरपालिका को काउंसिल की बैठक रद्द करनी पड़ी। पूरे जिले में सड़कें जाम की गईं। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। खुद पुलिस कमिश्नर और एसपी को प्रदर्शनकारियों से बात करनी पड़ी।
Muslims bring city to a standstill against sealing of illegal mosque, DMK MLA extends support https://t.co/OHmgukFB79
— HinduPost (@hindupost) July 2, 2022
प्रदर्शनकारियों ने मद्रास हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की, जिसके बाद 4 जुलाई तक मामले को सुलझाने का निर्देश आया है। शाम के 4 बजे के बाद यातायात वापस बहाल किया जा सका। मुस्लिम प्रदर्शनकारियों के सामने हाथ खड़े कर देने वाली पुलिस के विरोध में ‘हिन्दू मुन्नानी’ संगठन के सदस्यों ने ‘रोड रोको’ अभियान भी चलाया। सत्ताधारी DMK के स्थानीय विधायक ने मुस्लिमों का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन को पत्र लिखा है।