फेमस मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को ऑनलाइन नीलाम करने वाली ‘बुल्ली बाई’ ऐप (Bulli Bai App) के संबंधित में पुलिस ने एक संदिग्ध को लेकर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुुरु से से हिरासत में लिया है। मुंबई पुलिस सोमवार (3 जनवरी 2022) को संदिग्ध शख्स को हिरासत में लेकर उसे मुंबई ले जाने की कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि बुल्ली बाई ऐप के पाँच फॉलोवरों में से एक ये भी है।
इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हिरासत में लिए गए शख्स को संभवत: गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। उधर गिटहब (GitHub) ने ‘बुली बाई’ विवाद पर इंडिया टुडे को बताया कि उत्पीड़न, भेदभाव और हिंसा भड़काने वाली सामग्री अथवा आचरण उसकी नीतियों के खिलाफ है। डेवलपर का कहना है कि मामला उठने के बाद संबंधित यूजर के अकाउंट को निलंबित कर दिया गया था। गिटहब ने भारतीय एजेंसियों की कार्रवाई में हरसंभव सहयोग करने का भी भरोसा दिया है।
बता दें कि मुस्लिम महिलाओं की फोटो चोरी-छुपे सेव करके अपलोड करने और इंटरनेट पर उन्हें नीलाम करने वाले विवादास्पद सुल्ली डील ऐप (Sulli Deals app) के महीनों बाद एक और ऐसा ही ऐप आया है ‘बुल्ली बाई’ (Bulli Bai App) नाम से। यह ओपन-सोर्स कोड रिपॉजिटरी गिटहब (GitHub) पर दिखाई दिया है।
नए साल (1 जनवरी 2022) पर गिटहब पर ‘बुल्ली बाई’ (Bulli Bai App) नाम से एक ऐप बनाया गया है, जिसमें अज्ञात लोगों ने सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फोटो अपलोड की है। बुल्ली बाई ऐप के पीछे खालिस्तानी आंदोलन के स्वघोषित समर्थकों का हाथ बताया जा रहा है। ये गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकवादियों की रिहाई की माँग कर रहे हैं। ज्ञात हो कि पिछले साल ‘सुल्ली फॉर सेल’ ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों का दुरुपयोग करने वाले आरोपित अभी तक नहीं पकड़े गए हैं और ना ही उनकी पहचान कभी सामने आई।
वहीं, ‘बुल्ली बाई’ ऐप के विरुद्ध एफआईआर हुई थी। भारत के आईटी मंत्री ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कहा था कि भारत सरकार दिल्ली और मुंबई पुलिस के साथ मिल कर इस केस में काम कर रही है। इससे पहले उन्होंने बताया था कि बुल्ली बाई ऐप के होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब ने यूजर को खुद ही ब्लॉक कर दिया है।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इंडियन कम्प्युटर इमरजेंटी रिस्पांस सिस्टम (CERT) और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें सहयोग कर रहे हैं। घटना की जाँच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाने और साइबर सेल के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है।