झारखंड के गोमिया में दलित समाज द्वारा सूअर की बलि देने के एक पारम्परिक कार्यक्रम के दौरान विवाद खड़ा हो गया। यह विवाद मुस्लिम समुदाय द्वारा आपत्ति जताने के बाद हुआ। मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि कटे सूअर के कुछ टुकड़े उनके मोहल्ले में भी बिखेरे गए थे। फिलहाल गाँव में तनावपूर्ण शांति है। इलाके में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। घटना रविवार (19 नवंबर, 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला बोकारो के गोमिया के गाँव अइयर का है। यहाँ रविवार को रविदास समाज के लोगों ने अपनी पारम्परिक पूजा की। इस पूजा के दौरान सूअर की बलि दी गई। बताया जा रहा है कि सूअर की बलि के बाद उसके मांस को आसपास के लोग अपने साथ ले गए। मुस्लिम समुदाय के लोगों का आरोप है कि बलि चढ़ाने वालों ने मांस के टुकड़ों को इधर-उधर बिखेर दिया। कुछ टुकड़े मुस्लिम बस्ती में भी मिले। कुछ ही देर में यह खबर फैल गई और मुस्लिम समुदाय के लोग अपने-अपने घरों से निकल आए।
हालात तनावपूर्ण होता देख कर रविदास समुदाय के लोग भी मोर्चे पर डट गए। दलित समुदाय के लोगों का कहना है कि उनका ये त्योहार 7 साल में एक बार आता है जिसमें वो पारम्परिक तौर पर सूअर की बलि देते हैं। ऐसा वो धान की कटाई से पहले अपने इष्ट देव को खुश करने के लिए करते हैं। रविदास समुदाय के लोग अपनी पूजा में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं चाहते थे। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल पहुँचा। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर अलग किया।
बाद में रविदास समाज और मुस्लिम पक्ष के बीच जिले के सीनियर प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हुई। बैठक में दोनों ही पक्ष खुद को सही और दूसरे को गलत बता रहे थे। आख़िरकार सीनियर अधिकारियों ने दोनों पक्षों को फिलहाल शांति बनाए रखने के लिए कहा। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमीनी विवाद भी निकल कर सामने आया। प्रशासनिक अधिकारियों ने जनजातीय लोगों के धर्म महासम्मेलन के बाद इस मामले का स्थाई समाधान निकालने की बात कही है। गाँव में एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब है कि अगस्त 2021 में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इस से मिलता-जुलता विवाद हुआ था। तब देवरिया के रामलीला गाछी बाजार में शुक्रवार (20 अगस्त, 2021) को ताजिया जुलूस और सुअरिया मेला के आयोजन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। तब मुस्लिम पक्ष ने ताजिया जुलूस के दौरान लगने वाले सुअरिया मेले का विरोध किया था।तनाव और तनातनी बढ़ने के चलते दोनों पक्षों के लोग चोटिल हुए थे। आक्रोशित हिन्दुओं की पुलिस के साथ भी झड़प हुई थी।