हरियाणा के नूहं इलाके में 31 जुलाई (सोमवार) को भड़की हिंसा के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। यह वीडियो उस नल्हड मंदिर के पुजारी का है, जिसकी तरफ बढ़ रही मुस्लिम भीड़ का जिक्र हरियाणा पुलिस की FIR में भी है। इस वीडियो में पुजारी को कहते सुना जा सकता है कि मंदिर में और उसके आस-पास कुछ हुआ ही नहीं। पुजारी के इसी बयान के आधार पर एक वामपंथी मीडिया गिरोह द्वारा हिन्दू संगठनों पर ही झूठ बोलने और हिंसा की बातें झूठी होने का नैरेटिव गढ़ा जाने लगा।
पुजारी का यह इंटरव्यू लल्लनटॉप ने लिया है। 21 सेकेंड के इस वीडियो को @AG_knocks ने 1 अगस्त 2023 को शेयर किया। इस वीडियो पर लगभग 90 हजार व्यूज आ चुके हैं। वीडियो में पुजारी को कहते सुना जा सकता है, “मंदिर के अंदर कुछ नहीं हुआ। जो भी हुआ, वो मंदिर के बाहर लगभग 1 से डेढ़ किलोमीटर दूर।”
नूह के नलहड़ मंदिर से पहाड़ की दूरी 0.5 km नजर आ रही है।कल VHP के लोग मंदिर के भीतर से उस पहाड़ की तरफ इशारा करते हुए बता रहे थे कि पहाड़ के उपर से फायरिंग हो रही है (हालांकि फायरिंग होता जैसा दिखा नही,मंदिर के अंदर अफरा तफरी भी नजर नही आई।
— Avishek Goyal (@AG_knocks) August 1, 2023
आज मंदिर के पंडित जी ने साफ़ इनकार… pic.twitter.com/xZGqpx9s1b
द वायर ने तो इसी बयान के आधार पर बाकायदा एक स्टोरी भी प्रकाशित कर दी है। इस रिपोर्ट में वायर ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज को ही गलत ठहरा दिया है। लेकिन 21 सेकंड के वीडियो से पुजारी की पूरी बात को समझा जा सकता है? क्या पुजारी ने जो बोला, उसका गलत अर्थ निकाल कर वायरल किया गया?
ऑपइंडिया ने पुजारी से की बात
इस पूरे मामले की असलियत पता करने के लिए ऑपइंडिया ने नल्हड मंदिर के पुजारी को सम्पर्क किया। पुजारी का नाम दीपक शर्मा है, जिन्होंने खुद को मूल रूप से पंजाब का निवासी बताया। उन्होंने कहा कि वो लगभग ढाई साल से मंदिर में रह कर पूजा अर्चना करते हैं। 21 सेकंड के प्रोपेगेंडा वीडियो के पीछे का सच जानने के लिए हमने उनसे 30 मिनट बात की।
दीपक शर्मा के मुताबिक उन्होंने जो भी बयान दिया, उसका अर्थ यह नहीं लगाया जाए कि घटना हुई ही नहीं थी। सफाई देते हुए दीपक ने कहा कि उनका मतलब ये था कि वो घटना को अपनी आँखों से देख नहीं पाए। बकौल दीपक शर्मा 2 बजे तक सब सामान्य था लेकिन उसके बाद अचानक ही सब अस्त-व्यस्त हो गया।
नल्हड मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने हमसे बताया कि मंदिर के बाहर गोलियाँ चल रहीं थीं और लोगों में अफरातफरी मची हुई थी। घटना के समय खुद को मंदिर के अंदर पूजा वाली जगह पर बताते हुए उन्होंने कहा कि वो देख नहीं पाए कि मंदिर के अन्य हिस्सों में क्या-क्या हुआ।
दीपक शर्मा का यह भी कहना है कि मंदिर का गर्भगृह वाला इलाका ही CCTV से कवर है। बाकी क्षेत्रों में खराब मौसम की वजह से कैमरों और तारों में खराबी आ गई थी। पुजारी ने इस बात पर भी चिंता जताई कि उन्हें कुछ लोग राजनैतिक स्वार्थों के लिए प्रयोग कर रहे हैं।
ऑपइंडिया से बात करते हुए मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि उनको कोई फँसाना चाहता है। जब हमने मंदिर के अंदर घायलों के वायरल वीडियो के आधार पर दीपक से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मंदिर के हर हिस्से को देख पाना उनके लिए संभव नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि नूहं में इंटरनेट बंद है वर्ना वो मंदिर के अंदर होने वाले वायरल वीडियो को मँगा कर देखते और उसी हिसाब से स्थिति को और स्पष्ट करते।
बातचीत में पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि मंदिर के तीन तरफ घिरे पहाड़ों से गोलियाँ बरसाईं जा रहीं थीं। खूब शोर-शराबा भी हो रहा था। आपको बता दें कि फिलहाल मंदिर में पैरामिलिट्री ITBP की टुकड़ियाँ तैनात हैं। अभी हालात सामान्य हैं।