जयपुर पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जो शादी का झाँसा देकर मोटी रकम हड़पती थी और फरार हो जाती थी। इससे पहले इस गिरोह के 4 अपराधियों को पुलिस ने अपने शिकंजे में लिया था। उन सभी को जेल भेज दिया गया है। लेकिन, पुलिस को इस गिरोह की सबसे बड़ी सरगना नजमा शेख की तलाश थी, जो नेहा पाटिल के नाम से जयपुर में नॉर्थ जिले की गलता गेट थाना की पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई थी।
वो मुंबई से जैसे ही जयपुर पहुँची, उसे धर-दबोचा गया। थाना प्रभारी आरपीएस धर्मवीर सिंह चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने ये कार्रवाई की। 40 साल की नजमा शेख उर्फ़ नेहा पाटिल मुंबई के ठाणे की निवासी है। जयसिंहपुरा खोर ब्रह्मपुरी निवासी शोभारानी सोलंकी व नोरतमल जैन, बदनपुरा गलतागेट निवासी राहुल खंडेलवाल व पंचवटी कॉलोनी जयसिंहपुरा खोर निवासी रवि खंडेलवाल भी इसकी गैंग में शामिल थे, जो गिरफ्तार हो चुके हैं।
नजमा शेख ने जयपुर में ब्रह्मपुरी, सीकर के लक्ष्मणगढ़ और जोधपुर के युवकों से शादी कर के उनसे मोटी रकम हड़प ली। ‘दैनिक भास्कर’ की खबर के अनुसार, एडिशनल डीसीपी सुमित गुप्ता ने बताया कि नजमा शेख उर्फ नेहा पाटिल किसी दूसरी लड़की के चेहरे से मिलते-जुलते आधार कार्ड पर अपना फोटो चिपका कर उसका रंगीन प्रिंटआउट निकलवा लेती है। इसके बाद उसे ही अपने आइडेंटिफिकेशन डक्यूमेंट के रूप में प्रयोग में लाती थी।
#Jaipur: गलता गेट थानाप्रभारी RPS धर्मवीर सिंह की बड़ी कार्रवाई
— First India News Rajasthan (@1stIndiaNews) October 27, 2020
शादी का झांसा देकर ठगी करनी वाली लुटेरी दुल्हन गिरफ्तार, पुलिस ने लुटेरी दुल्हन नजमा शेख उर्फ नेहा पाटिल को किया गिरफ्तार…#RajasthanWithFirstIndia pic.twitter.com/rT0D2LqNnv
इसके बाद उसके गैंग के दलाल सक्रिय हो जाते थे, जो शादी के लिए घूम रहे युवकों और उनके परिवारों से संपर्क करते थे। साथ ही जल्दबाजी में शादी का दबाव बना कर मंदिर में शादी करवा देते थे। साजिश के तहत ससुराल जाते ही नजमा शेख वहाँ रखे रुपए और गहनों को बटोर कर फरार हो जाती थी। फरार होने के बाद वो मुंबई पहुँच जाती थी और वहीं पर अपनी फरारी के दिन काटा करती थी।
25 फरवरी को उसके विरुद्ध बदनपुरा की रहने वाली सुनीता खंडेलवाल ने गलतागेट थाने में दर्ज कराए गए मुक़दमे में बताया कि शोभारानी सोलंकी नाम की महिला ने उनसे संपर्क किया और एक लड़की से उसके बेटे की शादी कराने का झाँसा देकर एक लाख रुपए हड़प डाले। इसके बाद उसके गैंग के बाकी सदस्य धरे गए। नजमा शेख ट्रेस होने से बचने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करती थी। अब तक वो 4 युवकों को ठग चुकी थी और 5वें शिकार की तलाश में थी।