झारखंड के खूँटी जिले में 12 आदिवासी बच्चों के ईसाई धर्मान्तरण की खबर है। इस घटना पर जिला प्रशासन ने जाँच करवा कर जरूरी कार्रवाई करने की घोषणा की है। वहीं केंद्रीय बाल संरक्षण आयोग ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है। घटना 22 मई 2022 की बताई जा रही है। जिन एक दर्जन बच्चों के धर्म परिवर्तन कर लेने का दावा किया जा रहा है वो मुंडा समुदाय से हैं। जिन नाबालिगों का धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप है उसमें लड़के और लड़कियाँ दोनों शामिल हैं।
खूँटी झारखंड में जनजातीय नाबालिग बच्चों के धर्मांतरण किए जाने के मामले की शिकायत मिली है,उसका परीक्षण कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) June 4, 2022
TOI के मुताबिक घटना गाँव कमड़ा की है जो खूंटी के तपकारा थानाक्षेत्र में आता है। धर्मान्तरण का आरोप रोमन कैथोलिक चर्च पर है जो उसी गाँव में स्थित है। खूँटी के SDO सैय्यद रियाज़ अहमद ने TOI को बताया है कि ग्रामीणों के एक समूह ने 21 मई को शिकायत देते हुए ऐसे किसी घटना की आशंका जताई थी। हालाँकि उसके आगे उन्होंने कुछ बताने से खुद के अधिकार न होना कह कर मना कर दिया। वहीं जिला प्रशासन ने शनिवार (4 जून 2022) को इस घटना की जाँच शुरू कर दी है।
झारखंड के खूंटी में 12 नाबालिगों का Eसाई धर्मांतरण गैंग ने धर्म परिवर्तन करा दिया।
— Jitendra Pratap Singh (@JitendraStv) June 3, 2022
विरोध में सड़क पर उतरे ग्रामीण, गांव वालों ने पंचायत कर कहा, प्रशासन ऐसी घटनाओं पर रोक लगाए।
दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। pic.twitter.com/Y3fdJhAh78
वहीं पांचजन्य के मुताबिक कमड़ा गाँव के रेड़ा मुंडा ने आरोप लगाया है कि झारखंड में धर्मान्तरण विरोधी कानून होने के बाद भी अवैध ढंग से धर्म परिवर्तन करवाए जा रहे हैं। रेड़ा मुंडा ने सरकार से धर्म परिवर्तन करने वालों को जनजाति के नाम पर मिल रही सहूलियतों से वंचित करने की माँग की है। रेडा मुंडा ने धर्म परिवर्तन करवाने वाले चर्च पर कानूनी कार्रवाई की माँग की है।
रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिन पहले ‘सरना धर्म सोतो समिति’ ने एक मीटिंग करके हो रहे धर्मान्तरण पर नाराजगी जताई थी। इस दौरान धर्म परिवर्तन को संस्कृति तबाह करने की साजिश करार दिया गया था। धर्मान्तरण के खिलाफ नाराजगी जताते हुए गाँव के दुलार मुंडा ने ऐसी हरकतों को किसी भी हाल में सहन न किए जाने का बयान भी दिया था।