Friday, November 15, 2024
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नमाज पढ़ने से पहले SI मनोज तोमर ने समझाया, फिर भी जबरन सड़क पर बैठी मुस्लिम भीड़: नेटीजंस बोले- दिल्ली पुलिस को उकसाया गया, निलंबन वापस हो

दिल्ली के इंद्रलोक इलाके का एक वीडियो शुक्रवार (8 मार्च 2024) को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इस वीडियो में सड़क पर कई लोग नमाज़ पढ़ते दिखाई दे रहे हैं। उन्हें हटाने के दौरान एक सब-इंस्पेक्टर ने बल प्रयोग किया। इसी बल प्रयोग में दारोगा का पैर भी चला। वीडियो वायरल होने के बाद कॉन्ग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित तमाम इस्लामी समूहों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

दिल्ली के इंद्रलोक इलाके का एक वीडियो शुक्रवार (8 मार्च 2024) को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इस वीडियो में सड़क पर कई लोग नमाज़ पढ़ते दिखाई दे रहे हैं। उन्हें हटाने के दौरान एक सब-इंस्पेक्टर ने बल प्रयोग किया। इसी बल प्रयोग में दारोगा का पैर भी चला। वीडियो वायरल होने के बाद कॉन्ग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित तमाम इस्लामी समूहों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

वहीं, मुस्लिम तबके के लोग इसके खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने लगे। आख़िरकार सब इंस्पेक्टर मनोज तोमर को सस्पेंड कर दिया गया। अब उस दौरान के तमाम अन्य भी वीडियो सामने आए हैं। इन वीडियो में साफ दिख रहा है कि सड़क पर जबरन नमाज़ पढ़ने पर आमादा भीड़ को सब इंस्पेक्टर तोमर ने समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो सुनने को तैयार नहीं थे।

सोशल मीडिया X के एक हैंडल @Cyber_Huntss ने 8 मार्च की घटना को लेकर डेढ़ मिनट का एक वीडियो शेयर किया है। यूजर ने इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, “जब कम थे तब बोला गया कि हटो, लेकिन झुंड मे आना और फिर पुलिस को ही मारने की धमकी देना। सोशल मीडिया पर आधी वीडियो डालकर लोगों को उकसाना और पुलिस को गलत साबित करना।”

वीडियो की शुरुआत में दिख रहा है कि एक कॉन्स्टेबल बीच सड़क पर नमाज पढ़ने की कोशिश कर रहे लोगों से हटने की अपील कर रहा है, लेकिन कोई भी उसकी गुजारिश पर ध्यान नहीं दे रहा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के विपरीत, पीछे से माइक पर जोर की आवाज आ रही है। कुछ लोग पहले से ही कैमरा लेकर रेडी हैं और वीडियो बनाने के लिए कह रहे है। इस बीच एक भीड़ पुलिसकर्मी से भिड़ती दिख रही है।

हालाँकि पुलिसकर्मी भीड़ के हंगामे से विचलित हुए मौके पर डटा रहे। इस हंगामे के चलते पीछे से कई वाहनों की आवाज आ रही थी जो सम्भवतः जाम जैसी स्थिति से परेशान लग रहे थे। एक अन्य X यूजर @MrSinha_ ने भी इसी घटना से जुड़ा 47 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सड़क पर बाकायदा दरी बिछा दी गई है।

एक दिव्यांग को आगे कर दिया गया था। सब इंस्पेक्टर मनोज तोमर अपने साथियों सहित बार-बार भीड़ को उठाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन भीड़ उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थी। एक व्यक्ति को उठाकर आगे बढ़ने पर पीछे के 2 लोग उसी जगह पर बैठ जाते थे। काफी देर तक सब इंस्पेक्टर लोगों को समझाते दिखे, लेकिन उन्हें उकसाने की कोशिश की जाती रही।

इन वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया पर इंद्रलोक थाने के चौकी प्रभारी मनोज तोमर के समर्थन में नेटीजेंस ने मुहिम शुरू कर दी। इसमें मनोज तोमर का निलंबन वापस लेने के साथ उनको सम्मानित करने की माँग भी उठ रही है। X प्लेटफार्म पर #IStandWithManojTomar हैशटैग ट्रेंड करता रहा। चंदन शर्मा नाम के एक यूजर ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर मनोज को भीड़ बार-बार उकसा रही है।

श्रवण विश्नोई नाम के एक अन्य यूजर ने भी #IStandWithManojTomar हैशटैग लगाते हुए भीड़ पर पहले पुलिस को उकसाने और बाद में विक्टिम कार्ड खेलने का आरोप लगाया है।

क्या था पूरा मामला

दरअसल 8 मार्च को जुमे के दिन दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में एक भीड़ ने सड़क पर ही नमाज़ पढ़नी शुरू कर दी। इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात सब इंस्पेक्टर मनोज तोमर ने भीड़ को समझाने की काफी कोशिश की। हालाँकि, भीड़ पर उनकी गुजारिश का कोई असर नहीं पड़ा। अंत में उन्होंने ट्रैफिक जाम होता देखकर हल्का बल प्रयोग किया।

इसका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इस वीडियो को आधार बनाकर कॉन्ग्रेस, समाजवादी पार्टी, AIMIM आदि के नेताओं ने पुलिस पर कार्रवाई की माँग उठाई। आखिरकार दबाव में दिल्ली पुलिस ने दारोगा मनोज तोमर को सस्पेंड कर दिया। अब अन्य वीडियो सामने आने के बाद नेटीजेंस दरोगा पर हुई इस विभागीय कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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