प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (01 जुलाई 2021) को बताया कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के आरोपित नीरव मोदी की बहन ने यूके के एक बैंक खाते से भारत सरकार के खाते में लगभग 17.25 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं। नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी को पीएनबी फ्रॉड केस में सहायता करने के एवज में आपराधिक कार्रवाई से छूट दी गई थी।
बीते 24 जून को पूर्वी ने ईडी को सूचित किया कि उन्हें लंदन में एक ऐसे खाते की जानकारी प्राप्त हुई है जो उनके नाम से खोला गया था। लेकिन इस खाते में जमा रकम उनका नहीं है। पूर्वी ने बताया कि खाता उनके भाई नीरव मोदी के कहने पर खोला गया था।
ईडी ने बताया कि पूर्वी को इस शर्त पर आपराधिक कार्रवाई से छूट प्रदान की गई थी कि वह पीएनबी घोटाले से संबंधित पूरी और सही जानकारी उपलब्ध कराएँगी। इसी क्रम में उन्होंने यूके के अपने बैंक खाते से 23,16,889 अमेरिकी डॉलर (लगभग 17.25 करोड़ रुपए) भारत सरकार के खाते में ट्रांसफर कर दिए।
Purvi Modi, sister of Nirav Modi remitted an amount of USD 2316889.03 from the UK bank account to the bank account of the Government of India, Directorate of Enforcement. ED was able to recover approximately Rs 17.25 cr (USD 2316889.03) from the proceeds of crime: ED pic.twitter.com/By0bJt5nzQ
— ANI (@ANI) July 1, 2021
ज्ञात हो कि पीएनबी घोटाला मामले में भगोड़े नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी और उनके पति मयंक मेहता सरकारी गवाह बन गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वी और उनके पति मयंक ने मुंबई के विशेष पीएमएलए कोर्ट के समक्ष एक अर्जी दायर करते हुए अदालत से सीआरपीसी की धारा 306 और 307 के तहत माफी माँगी थी। पूर्व में ईडी बता चुकी है कि पूर्वी और मयंक ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में नीरव मोदी की 579 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने में मदद की थी। इसमें न्यूयॉर्क में दो फ्लैट, लंदन और मुंबई में 1-1 फ्लैट, दो स्विस बैंक खाते और मुंबई में एक खाता शामिल थे। इसके बाद दोनों ने सरकारी गवाह बनने की अनुमति माँगी थी।
आपको बता दें कि ईडी की लगातार कार्रवाई का नतीजा यह हुआ है कि सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाकर देश छोड़ भागे विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इनके द्वारा की गई लूट का यह करीब 80 फीसदी हिस्सा है। जब्त की गई संपत्तियों में से 9,371.17 करोड़ रुपए के एसेट्स बैंकों और केंद्र सरकार को ईडी ने ट्रांसफर भी कर दिए हैं। माल्या, मोदी और चोकसी ने अपनी कंपनियों के जरिए पैसों की हेराफेरी कर बैंकों को लगभग कुल 22,585.83 करोड़ रुपए का नुकसान पहुँचाया था।