नूहं हिंसा मामले में गिरफ्तार फरीदाबाद के हिंदूवादी कार्यकर्ता बिट्टू बजरंगी उर्फ राजकुमार को कोर्ट ने 16 अगस्त 2023 दिन बुधवार को एक दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। बिट्टू बजरंगी को मंगलवार को तावड़ू की सीआईए पुलिस ने फरीदाबाद के चाचा चौक से गिरफ्तार किया था। एक दिन की रिमांड के बाद बिट्टू को फिर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गिरफ्तारी के बाद बिट्टू को हरियाणा की नूहं जिला अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने बजरंगी की 5 दिन की रिमांड माँगी थी, लेकिन एसीजीएम अंजलि जैन ने सुनवाई के बाद बिट्टू बजरंगी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
बिट्टू के वकील ने कहा कि पुलिस ने जो धाराएँ लगाई गई हैं, वह गलत हैं। इसके अलावा, हथियारों से संबंधित जो धाराएँ लगाई गई हैं, वह भी गलत हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास ना तो कोई वीडियो है, जिसमें बिट्टू बजरंगी तलवार, भाले इत्यादि लेकर आ रहे हैं। यह सब अब संदेह के घेरे में हैं।
#WATCH बिट्टू बजरंगी को हरियाणा की नूंह जिला अदालत में पेश किया गया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2023
बिट्टू बजरंगी और 15-20 अन्य के खिलाफ अवैध हथियार अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद कल नूंह पुलिस ने बिट्टू बजरंगी को गिरफ़्तार किया था। pic.twitter.com/zzH1SYF614
बिट्टू बजरंगी और 15-20 अन्य के खिलाफ अवैध हथियार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। FIR में बिट्टू पर डकैती, अवैध अस्त्र रखना, सरकारी अधिकारियों के काम में बाधा डालना और उनसे मारपीट करना सहित 11 धाराएँ लगाई गई हैं। पुलिस बिट्टू के साथियों की भी तलाश कर रही है।
बिट्टू की गिरफ्तारी नूहं जिले की ASP उषा कुंडू की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में हुई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। इसमें कहा गया है कि 31 जुलाई 2023 को 15 से 20 व्यक्तियों का एक समूह नल्हड़ मंदिर की ओर जा रहा था। इनमें से कुछ के हाथ में तलवारें और त्रिशूल जैसे हथियार थे।
FIR के अनुसार, बिट्टू से पुलिसकर्मियों ने हथियार लेने की कोशिश की तो वे नारेबाजी करने लगे और हाथापाई पर उतर आए। हालाँकि इनसे हथियार लेने में पुलिस कामयाब रही। बाद में बिट्टू बजरंगी और उसके साथी सरकारी गाड़ी से फिर हथियार छीनकर ले गए। एएसपी कुंडू के अनुसार, सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने इस समूह में शामिल बिट्टू बजरंगी की पहचान की।
गौरतलब है कि मेवात के नूहं में 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा में शामिल हिंदुओं पर ही इस्लामी भीड़ ने हमला किया था। इस दौरान नल्हड़ शिव मंदिर में श्रद्धालु घंटों बंधक की तरह फँसे रहे। पहाड़ियों से दंगाई इस मंदिर को भी निशाना बना रहे थे।