झारखंड की राजधानी राँची स्थित ओरमाँझी में युवती की सिर कटी लाश बरामद हुई थी। लगभग 10 दिनों से अधिक की जाँच के बाद पुलिस वीभत्स हत्या की गुत्थी सुलझाने के काफ़ी करीब पहुँच चुकी है।
पुलिस ने इस प्रकरण में नया खुलासा किया है, युवती का कटा हुआ सिर उसके पहले पति बिलाल खान के खेत से बरामद किया गया है। युवती का सिर बिलाल खान के खेत में दफ़नाया गया था, जिसे पुलिस अधिकारियों ने खोद कर निकलवाया है।
दरअसल रविवार (3 जनवरी 2021) को झारखंड के राँची में एक युवती की सिरकटी लाश मिली थी। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। वारदात ओरमाँझी थाना इलाके के जिराबार जंगल में अंजाम दी गई थी।
महिला का शव नग्न अवस्था में मिला था और सिर कटा हुआ था। इसके बाद पुलिस की टीम ने जाँच शुरू कर दी थी। युवती के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं मिला था। युवती का गुप्तांग भी काट दिया गया था।
वारदात के कई दिन बाद पुलिस ने इसके मुख्य आरोपित और युवती के शव की पहचान की थी। आरोपित की पहचान बिलाल खान उर्फ़ शेख बेलाल के रूप में हुई, जो हाल ही में जेल से निकला था, इसके बाद ही वह फ़रार हो गया था।
जिस युवती की लाश बरामद की गई थी, बिलाल उसका उसका पहला पति है। पुलिस अभी भी उसकी तलाश में जुटी हुई है। इसके अलावा पुलिस ने दूसरे पति खालिद को भी हिरासत में लिया है। युवती पिछले 2 महीने से लापता थी।
चान्हो इलाके के चटवल गाँव के एक दंपती ने मृतका की पहचान की थी। दम्पति के डीएनए सैम्पल को जाँच के लिए भेजा गया था। इसके बाद लाश की पहचान हुई थी। मुख्य आरोपित बिलाल खान उर्फ़ शेख बेलाल के पोस्टर जारी कर दिए गए हैं। युवती का रेप किए जाने के बाद उसकी हत्या की गई थी। हत्या आरोपित बिलाल पिठोरिया के चंदवे बस्ती का रहने वाला है।
जाँच में मृतका चान्हो दम्पति की बेटी पाई गई। दम्पति ने बताया था कि युवती ने बिलाल खान उर्फ़ शेख बेलाल से प्रेम विवाह किया था। जल्द ही दोनों में लड़ाई-झगड़े होने लगे। युवती ने पिठोरिया थाने में उसके विरुद्ध दहेज़ प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था। फिर मई 2020 में उसे गिरफ्तार किया गया था। फिर युवती अपने मायके में रहने लगी। इसके बाद उसकी दोस्ती खालिद से हुई, जो शादी में बदल गई।
खालिद पहले से शादीशुदा था। वो युवती को लेकर दिल्ली गया, लेकिन वहाँ दोनों में अनबन होने के कारण वो फिर वापस लौट आई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि शेख बेलाल ही युवती का हत्यारा है। इससे पहले वो कुख्यात सरजा जावेद उर्फ़ बम्बइया की हत्या के मामले में भी जो जेल जा चुका है। उस पर आर्म्स एक्ट के कई मामले लंबित हैं। वो 2 महीने से फरार चल रहा है। पुलिस ने उसकी जल्द गिरफ़्तारी का आश्वासन दिया है।
ओरमाँझी में लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को राँची के किशोरगंज चौक के पास रोक दिया। वहाँ से गुजर रहे सीएम के काफिले को रास्ता बदल कर रवाना होना पड़ा था।